बहुप्रतीक्षित योग महोत्सव के दूसरेदिन शहरवासी स्वास्थ्य और जागरूकता का
जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए। बालराे म सरस्वती शिशु मदिं र, शास्त्रीनगर में
आयोजित कार्यक्रम योग प्रेमियों, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और जिज्ञासु दर्शकों
को आकर्षित कर रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत प्रसिद्ध योग प्रशिक्षक गौरव
वर्मा के नेतृत्व में शांत सूर्योदय योग सत्र के साथ हुई, जिसमें पारंपरिक और
आधुनिक तकनीकों के मिश्रण नेदर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभी प्रतिभागियों
ने शरीर में स्फूर्तिदायक और मन को शांत करने के लिए डिज़ाइन किए गए आसनों की
एक श्रृंखला का पालन किया।
गौरव वर्मा ने समकालीन जीवन में तनाव और चिंता के
प्रबंधन में योग की भूमिका पर कहा की शरीर एक मदिं र है और मन उसमें मूर्ति
है। जैसे हम मंदिर में पवित्रता बनाये रखते हैं तथा मूर्तिमें शुद्ध ही चढ़ाते
हैं, उसी तरह मन के लिये खाना बहुत शुद्ध व् नियमित होना चाइए, जो योग और
ध्यान से संभव है। उन्होंने शरीर के प्रति सजगता बढ़ाने पर बल दिया, और
श्वासों सेतनाव को कंट्रोल करने की तकनीक बताई। कार्यक्रम को सफल बनानेमें
संयोजक डा शिवकांत अग्रवाल, डा. सपना अग्रवाल समेत मोहित सती, योग शिक्षिका
नेहा त्यागी, मनीष गुप्ता, प्रशांत, दिवाकर आदि का योगदान रहा।