स्वास्थ्य

मासिक धर्म की सोच को लेकर बड़े बदलाव की उम्मीद

सच्ची सहेली ने मेरठ प्रशासन और एसबीआई फाउंडेशन की मदद से किया महावारी मेले का आयोजन, निकाली पैडयात्रा

पिछले वर्ष आयोजित किये गए पीरियड फेस्ट की शानदार सफलता के बाद सच्ची सहेली ने मेरठ शहर में एक बार फिर मेरठ प्रशासन और एसबीआई फाउडेशन की मदद से पीरियड फेस्ट यानी महावारी मेले का आयोजन किया। सच्ची सहेली दिल्ली से काम कर रही एक संस्था है, जो 10 सालों से काम कर रही है। यह महावारी मेला एसबीआई फाउंडेशन से अनुदानित रहा साथ ही मेरठ प्रशासन के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम तेजगढ़ी सर्किल से पैड यात्रा के साथ शुरू हुआ। यह एक तरह की रैली थी, जिसमें लगभग 1500 छात्र-छात्राओं और 100 शिक्षकों ने भाग लिया।

जहां सच्ची सहेली की टीम और सभी प्रतिभागी सड़क पर नारे लगाते हुए सभी को यह संदेश दे रहे थे कि महावारी पर छुपछुप कर बात करने की बजाए हम खुल कर बात करेंगे। सभी ज़ोर-शोर से “हम बोलेंगे मुँह खोलेंगे, तभी जमाना बदलेगा’ जैसे नारे लगाते हुए चले। इस पैड यात्रा का उद्देश्य था मासिक धर्म के परिप्रेक्ष्य में नकारात्मकता व भ्रांतियों को तोड़ना, साथ ही यह बताना है कि मासिक धर्म सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है कोई शर्म की बात नहीं है।

28 मई को अंतराष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस पूरे विश्व में मनाया जाता है और सच्ची सहेली इसी उपलक्ष में मेरठ प्रशासन और सरकारी स्कूलों के छात्रछात्राओं और शिक्षकों के साथ इसे बड़ी धूम से 16 मई को मनाती हुई नज़र आयी। इस बार #PeriodFriendlyWorld के थीम के अंतर्गत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें महत्वपूर्ण यह था कि सिर्फ छात्राओं ने ही नहीं छात्रों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और मेरठ को पीरियड फ्डली बनाने का रें आगाज़ किया। पैड यात्रा के बाद पीरियड फेस्ट की गतिविधियां चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित की गयीं, जहां विभिन्न शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से मासिक स्वास्थ्य जागरूकता और स्वच्छता अभ्यासों को बढ़ावा दिया गया।

कार्यक्रम में विभोर ग्रुप ने शानदार प्रस्तुति दी साथ ही स्कूल के बच्चों ने अपनी कला के प्रदर्शन से समा बाँध दिया। सच्ची सहेली एनजीओ की संस्थापक डॉक्टर सुरभि सिंह ने बच्चों के मन से महावारी को लेकर शर्म और डर को हटाने के लिए प्रेरणा भी दी साथ ही कहा कि पीरियड के भूत को हटाओ और अब पता चलने दो। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल ने सच्ची सहेली के इस क़दम की सराहना की। साथ ही कहा कि इस मुद्दे पर बात करना कितना अहम है। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय की वाईस चेयरमैन प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने शिक्षा ही शक्ति है का महत्व बताया। सच्ची सहेली और एसबीआई फाउंडेशन का मेंस्ट्रूअल हाइजीन डे को मनाने का अनूठा तरीका देखकर लगता है कि मेरठ में मासिक धर्म की सोच को लेकर बड़े बदलाव की उम्मीद है।