प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के टोंक जिले के उनियारा में जनसभा को
संबोधित करते हुए कहा कि जब-जब हम बंटे हैं तब-तब देश के दुश्मनों ने फायदा
उठाया है। पीएम मोदी ने कहा कि आज हनुमान जयंती पर आपसे बात करते हुए मुझे
कुछ दिन पहले की एक तस्वीर भी याद आ रही है। कुछ दिन पहले कांग्रेस के शासन
वाले कर्नाटक में एक दुकानदार को केवल इसलिए बुरी तरह से पीटा गया, क्योंकि
वो अपनी दुकान में बैठे-बैठे हनुमान चालीसा सुन रहा था।
कांग्रेस के राज में
हनुमान चालीसा सुनना और अपनी आस्था का पालन करना भी मुश्किल हो जाता है। पीएम
मोदी ने कहा कि राजस्थान में अब भाजपा सरकार आने के बाद किसी की हिम्मत नहीं
है कि आपकी आस्था पर सवाल उठा दे। अब आप चैन से हनुमान चालीसा भी गाएंगे और
रामनवमी भी मनाएंगे। ये भाजपा की गारंटी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस
ने तो रामराम सा कहने वाले राजस्थान में रामनवमी पर प्रतिबंध लगा दिया था।
कांग्रेस ने शोभायात्रा पर पत्थरबाजी करने वालों को सरकारी संरक्षण दिया था।
इसी कांग्रेस पार्टी ने तुष्टिकरण के लिए मालपुरा, करौली, टोंक और जोधपुर को
दंगों की आग में झोंक दिया था। पीएम मोदी ने कहा कि टोंक में किन असामाजिक
तत्वों के कारण यहां की इंडस्ट्री बंद हो गई, ये भी आप जानते हैं। लेकिन,
आपने हमारे भजनलाल जी को सेवा करने का मौका दिया है। जबसे भजनलाल और उनकी टीम
काम पर लगी है, माफिया और अपराधी राजस्थान छोड़कर भागने पर मजबूर हैं। पीएम
मोदी ने कहा कि परसो मैंने राजस्थान में देश के सामने सत्य रखा था कि कांग्रेस
आपकी संपत्ति छीनकर अपने खास लोगों को बांटने की गहरी साजिश रचकर बैठी है।
मैंने कांग्रेस की वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति का पर्दाफाश किया था। मैं
कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि आखिर वो सच्चाई से इतना डरते क्यों हैं?
कांग्रेस क्यों अपनी नीतियों को छिपाने में लगी है? मैंने देश के सामने सत्य
रखा था कि कांग्रेस आपकी संपत्ति छीनकर अपने खास लोगों को बांटने की गहरी
साजिश रचकर बैठी है। कांग्रेस की इन साजिशों के बीच मोदी आज आपको खुले मंच
से गारंटी दे रहा है कि दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का आरक्षण न खत्म होगा
और न ही उसे धर्म के नाम पर बांटने दिया जाएगा। ये मोदी की गारंटी है।
सच्चाई
ये है कि कांग्रेस और इंडी अलायंस जब सत्ता में था, तो ये लोग दलितों-पिछड़ों
के आरक्षण में सेंधमारी करके अपने खास वोटबैंक को अलग से आरक्षण देना चाहते
थे। जबकि संविधान इसके बिल्कुल खिलाफ है। आरक्षण का जो हक बाबा साहेब ने
दलित, पिछड़ों और आदिवासियों को दिया, कांग्रेस और इंडी अलायंस वाले उसे मजहब
के आधार पर मुसलमानों को देना चाहते थे। साल 2011 में कांग्रेस ने इसे पूरे
देश में लागू करने की कोशिश की। एससी, एसटी और ओबीसी को मिला हुआ अधिकार
छीनकर, वोटबैंक की राजनीति के लिए औरों को देने का खेल किया।
कांग्रेस ने
इतने प्रयास ये जानते हुए किए कि ये सब संविधान की मूल भावना के खिलाफ था।
कांग्रेस वोटबैंक पॉलिटिक्स के दलदल में इतना धंसी हुई है कि उसे बाबा साहेब
के संविधान की भी परवाह नहीं है। उन्होंने अपने मेनिफेस्टो में लिखा है कि
आपकी संपत्ति का सर्वे करेंगे, हमारी माताओं-बहनों के पास जो मंगलसूत्र होता
है उसका सर्वे करेंगे।