Donald Trump फिर बने अमेरिका के राष्ट्रपति, बड़ा ऐलान डोनाल्ड ट्रंप ने 2025 में दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली है। अपने पहले कार्यकाल में कई विवादास्पद फैसलों के लिए चर्चित रहे ट्रंप ने इस बार भी बड़ा कदम उठाने का संकेत दिया है। उन्होंने घोषणा की है कि वह अमेरिका में जन्मसिद्ध नागरिकता (Birthright Citizenship) कानून को खत्म करेंगे। यह फैसला भारतीयों समेत दुनियाभर से अमेरिका आने वाले प्रवासियों पर गंभीर असर डाल सकता है।
क्या है जन्मसिद्ध नागरिकता कानून?
अमेरिकी संविधान के 14वें संशोधन के तहत, अमेरिका में जन्म लेने वाला हर बच्चा स्वाभाविक रूप से अमेरिकी नागरिक माना जाता है, चाहे उनके माता-पिता अमेरिकी नागरिक हों या नहीं। ट्रंप का मानना है कि यह कानून अवैध प्रवासियों को अमेरिका आने के लिए प्रोत्साहित करता है और इसे खत्म करना जरूरी है।
भारतीयों के लिए क्या होगा असर?
अमेरिका में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो वहां बेहतर जीवन और अवसरों की तलाश में जाते हैं। यदि यह कानून खत्म होता है, तो:
- भारतीय प्रवासियों के बच्चों को अमेरिका में जन्म लेने के बावजूद नागरिकता नहीं मिलेगी।
- H1-B वीज़ा धारकों पर भी इसका अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ेगा।
- भारतीय छात्रों और पेशेवरों के लिए अमेरिका में स्थायी निवास (Green Card) पाना और कठिन हो जाएगा।
ट्रंप के फैसले पर क्यों हो रही है चर्चा?
डोनाल्ड ट्रंप का यह फैसला उनके सख्त आव्रजन नीतियों का हिस्सा है। उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में भी मैक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनाने, ग्रीन कार्ड प्रक्रियाओं को जटिल बनाने और H1-B वीज़ा की संख्या घटाने जैसे कदम उठाए थे।
कई विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम अमेरिकी संविधान के खिलाफ जा सकता है। संविधान में बदलाव करने के लिए कांग्रेस की मंजूरी जरूरी होगी, जिसमें समय और राजनीति दोनों शामिल होंगे।