प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मंगलवार को वाराणसी
से तीसरी बार नामांकन किया। पुष्य नक्षत्र में उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी
कार्यालय में पर्चा दाखिल किया। इससे पहले गंगा सप्तमी पर मां गंगा को नमन कर
पीएम मोदी ने आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद प्रधानमंत्री काशी कोतवाल काल
भैरव के दरबार पहुंचे, वहां बाबा से अनुमति व आशीर्वाद लेकर नामांकन करने
कलेक्ट्रेट पहुंचे। नामांकम के दौरान कई राज्यों के मुख्यमंत्री समेत कई बड़ी
हस्तियां भी शामिल हुईं।
पीएम ने सोमवार को काशी विश्वनाथ तो मंगलवार को काल
भैरव बाबा से भाजपा की प्रचंड जीत का आशीर्वाद लिया। काल भैरव मंदिर में पूजन
व कलेक्ट्रेट में नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी साथ रहे।
गंगा सप्तमी के अवसर पर पीएम मोदी ने मंगलवार सुबह सबसे पहले दशाश्वमेध घाट पर
मां गंगा का पूजन- अर्चन किया। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य
के वेंकट रमन घनपाठी ने गंगा पूजन कराया। गंगा पूजन कराने वालों में तीन
पुजारी तमिलनाडु व एक-एक पुजारी आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्र के रहे। इस दौरान
पीएम मोदी स्वामी विवेकानंद क्रूज पर दशाश्वमेध घाट से गंगा विहार करते हुए
आदिकेशव घाट तक गए, फिर नमो घाट उतरे।
नमो घाट से पीएम मोदी सीधे काशी के
कोतवाल बाबा काल भैरव के दरबार में पहुंचे। यहां पीएम ने बाबा का दर्शन-पूजन
व आरती की। वे बाबा से अनुमति व आशीर्वाद लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। पीएम मोदी
ने यहां तीसरी बार काशी से नामांकन दाखिल किया। मंदिर गेट पर मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने पीएम को अंगवस्त्र भेंट किया और आमजन ने पुष्पवर्षा कर
उनका स्वागत किया। इस दौरान मंदिर परिसर हर-हर महादेव के जयकारे से गूंज उठा।
काल भैरव मंदिर में पूजन के दौरान पीएम के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री के
नामांकन में चार प्रस्तावक शामिल रहे।
इसमें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का
मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर शास्त्री द्रविड़, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा
व दलित समाज के संजय सोनकर रहे। योगी समेत कई राज्यों के सीएम व केंद्रीय
मंत्री पहुंचे काशी पीएम के नामांकन कार्यक्रम में कलेक्ट्रेट में भाजपा के
राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री
अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
भूपेंद्र चौधरी, महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले,
हरदीप पुरी, पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, प्रफुल्ल पटेल, लोजपा प्रमुख
चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, यूपी में एनडीए के घटक लोकदल
के अध्यक्ष जयंत चौधरी, अपना दल (एस) अनुप्रिया पटेल, निषाद पार्टी के संजय
निषाद, सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर, पशुपति पारस, अनिल बलूनी आदि की मौजूदगी
रही।