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Bihar Liquor Death: बिहार में जहरीली शराब से मौतें का अकड़ा देख कर आगबबूला हुए प्रशांत किशोर

पटना पीएमसीएच में दोनों जिले के 21 पीड़ित उपचार के लिए भर्ती कराए गए थे। जिनमें 13 इलाजरत हैं।

सिवान व छपरा के सीमावर्ती भगवानपुर व मशरक प्रखंड समेत आसपास जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या गुरुवार को 48 पहुंच गई। जहरीली शराब पीने से शुक्रवार को छपरा में दो लोगों की मौत हो गई।

दोनों मृतक सारण जिले के मशरख प्रखंड के रहने वाले हैं। मशरख में मंगलवार से गुरुवार रात तक 70 मरीजों ने इलाज के लिए आए। शुक्रवार सुबह तक 11 पीड़ितों का इलाज चल रहा है। वहीं सिवान में शुक्रवार सुबह तक आठ पीड़ितों का उपचार चल रहा है। पटना पीएमसीएच में दोनों जिले के 21 पीड़ित उपचार के लिए भर्ती कराए गए थे। जिनमें 13 इलाजरत हैं।

वहीं इस मामले पर नेताओं की भी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। प्रशांत किशोर जहां सरकार पर आगबबूला हो गए तो जीतन राम मांझी ने उन्हें चुनौती दे दी। 

क्या कहा प्रशांत किशोर ने?

बिहार में जहरीली शराब त्रासदी पर जनसुराज पार्टी प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं पहला व्यक्ति हूं जो सार्वजनिक तौर पर हर मंच से ये बात पिछले 3 साल से कह रहा हूं कि बिहार में शराबबंदी कहीं लागू है ही नहीं। शराबबंदी सिर्फ सरकारी फाइलों में नेताओं के भाषणों में लागू है।