नई दिल्ली (एजेंसी)। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि, गरीबी और बेरोजगारी के कारण बड़ी संख्या में लोग ग्रामीण क्षेत्रों से दिल्ली, मुंबई और बैंगलोर जैसे महानगरों की ओर पलायन कर रहे हैं। गडकरी ने कहा कि लोग शहरी क्षेत्रों की ओर इसलिए भी पलायन कर रहे हैं क्योंकि उन्हें अपनी कृषि उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है।
एक कार्यक्रम में बोलते हुए सड़क एंव परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, बेरोजगारी और गरीबी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर बहुत अधिक पलायन हो रहा है। यही कारण है कि आज हम दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और बैंगलोर जैसे महानगरों में बहुत सारी समस्याएं देख रहे हैं। भारत में फ्लेक्स इंजन वाली गाड़ियां आ रही हैं और देश में इथेनॉल पंप खोले जा रहे हैं और इससे किसानों की आय बढ़ेगी। उन्होंने आगे कहा कि, यह वह क्षेत्र है जहां हम कृषि को समर्थन दे सकते हैं... पहले हम किसानों को ‘अन्नदाता’ कहते थे, लेकिन हमारी सरकार ने किसानों को ‘ऊर्जादाता’ भी बना दिया है। हाइड्रोजन को भविष्य का ईंधन बताते हुए गडकरी ने कहा कि हमारा सपना हाइड्रोजन ईंधन का निर्यातक बनना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि टिकाऊ विमानन ईंधन सबसे महत्वपूर्ण चीज है।
इससे पहले नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि सड़क परिवहन मंत्रालय राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रियों को राहत देने के लिए एक समान टोल नीति पर काम कर रहा है। गडकरी ने यह भी कहा कि अब भारत का राजमार्ग बुनियादी ढांचा अमेरिका के बराबर है।
उन्होंने कहा था कि, हम एक समान टोल नीति पर काम कर रहे हैं। इससे यात्रियों को होने वाली समस्याओं का समाधान होगा। गडकरी अधिक टोल शुल्क और खराब सड़क की शिकायतों के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों पर चलने वालों के बीच बढ़ते असंतोष पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर एक बाधा रहित वैश्विक नेविगेशन उपग्रह प्रणाली (जीएनएसएस) आधारित टोल संग्रह प्रणाली को लागू करने का फैसला किया है।