लोकसभा में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस और आप पर जमकर प्रहार किए। पीएम मोदी ने कहा कि संविधान की भावना है कि सबको बेहतर स्वास्थ्य मिले, आज कैंसर डे भी है, कुछ लोग हैं जो गरीब को, बुजुर्ग को आरोग्य की सेवा मिलने में अपने राजनीतिक स्वार्थ के कारण अड़ंगे डाल रहे हैं। आज आयुष्मान से जहां 30 हजार से अधिक अच्छे हॉस्पिटल जुड़े हैं। पीएम मोदी ने कहा- राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान यहां विदेश नीति की चर्चा हुई और कुछ लोगों को लगता है फॉरेन पॉलिसी न बोले तो लगता ही नहीं विदेश नीति पर चर्चा हो रही है। मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूं कि वे एक किताब पढ़ें- JFK’s Forgotten Crisis। ये किताब एक प्रसिद्ध विदेश नीतिज्ञ ने लिखी है। इसमें महत्वपूर्ण घटनाओं का जिक्र है। इस किताब में भारत के पहले प्रधानमंत्री और वे विदेश नीति को भी नेतृत्व करते थे। इस किताब में पंडित नेहरू और अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी के बीच हुई चर्चाओं और निणर्यों को विस्तार से वर्णन है। जब देश ढेर सारी चुनौतियों का सामना कर रहा था, तब विदेश नीति के नाम पर क्या खेल हुआ था। उस किताब के माध्यम से सामने आ रहा है।
पीएम मोदी ने आगे कहा- पीएम किसान सम्मान निधि से साढ़े तीन लाख करोड़ किसान के खाते में पहुंचे हैं, बीते दशक में तीन गुना अधिक खरीदी की है, किसान को ऋण में भी तीन गुना वृद्धि की गई है। आपदा में किसान को उसके हाल पर छोड़ दिया जाता था, किसानों को पौने दो लाख करोड़ रुपये मिले हैं, सिंचाई के लिए कदम उठाए गए हैं, संविधान की बात करने वालों को ज्यादा ज्ञान नहीं है। पानी को लेकर बाबा साहब का विजन इतना क्लियर था कि आज भी हम लोगों को प्रेरणा देता है, सौ से अधिक दशकों से लटकी सिंचाई परियोजनाएं पूरा करने का अभियान चलाया। नदियों को जोड़ने की वकालत अंबेडकर ने की, लेकिन दशकों तक कुछ नहीं हुआ। आज हमने केन-बेतवा लिंक समेत कई प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया। गुजरात में ऐसा मेरा सफल अनुभव रहा है। हर देशवासी का सपना होना चाहिए कि दुनिया की हर डाइनिंग टेबल पर मेड इन इंडिया फूड क्यों न हो। भारत की चाय और कॉफी आज दुनिया में महक पहुंचा रही है। हमारी हल्दी की सबसे ज्यादा मांग बढ़ी है।
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा- राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद एक महिला राष्ट्रपति, एक गरीब परिवार की बेटी का सम्मान न कर सके, आपकी मर्जी लेकिन क्या-क्या कहकर उनको अपमानित किया जा रहा है। राजनीति, हताशा, निराशा समझ सकता हूं, आज भारत इस प्रकार की विकृत मानसिकता को छोड़ वीमेन लेड डेवलपमेंट के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहा है। आधी आबादी को पूरा अवसर मिले तो भारत दोगुनी रफ्तार से आगे बढ़ सकता है। सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी महिलाओं का सामर्थ्य बढ़ा, हमने इनकी मदद बढ़ा दी है और इसका ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ा है। हमारी तीसरी बार सरकार बने के बाद 50 लाख से ज्यादा लखपति दीदी की जानकारी हम तक पहुंची है, अब तक सवा करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं। हम तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाएंगे। देश के गांवों में ड्रोन दीदी की चर्चा होती है।