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Mukesh Ambani का युवाओं को सुझाव – "AI नहीं, अपनी बुद्धि से इस्तेमाल करो ChatGPT

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन Mukesh Ambani ने छात्रों को ChatGPT और AI के सही इस्तेमाल को लेकर अहम सलाह दी है। उन्होंने कहा कि "आर्टिफिशियल नहीं, बल्कि अपनी बुद्धि से ChatGPT का उपयोग करें"। उनका मानना है कि AI इंसानों की सोच को रिप्लेस नहीं कर सकता, बल्कि इसे और बेहतर बनाने का माध्यम है।

मुंबई, 30 जनवरी 2025 रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन Mukesh Ambani ने हाल ही में युवा छात्रों को AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और ChatGPT के सही इस्तेमाल पर महत्वपूर्ण सलाह दी है। उन्होंने कहा कि तकनीक को अपनाना जरूरी है, लेकिन इसका गुलाम बनना खतरनाक हो सकता है। उनका मानना है कि ChatGPT और अन्य AI टूल्स इंसानी सोच को रिप्लेस नहीं कर सकते, बल्कि यह केवल सोचने और काम करने के तरीकों को आसान बनाते हैं।

Mukesh Ambani ने कहा,

"AI और ChatGPT का इस्तेमाल जरूर करें, लेकिन अपनी सोच और बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल करना न छोड़ें।"

AI का सही उपयोग कैसे करें? Mukesh Ambani की सलाह

Mukesh Ambani का मानना है कि AI और ChatGPT को एक टूल की तरह इस्तेमाल करना चाहिए, न कि इस पर पूरी तरह निर्भर हो जाना चाहिए। उन्होंने युवाओं को 3 जरूरी बातें बताईं

 AI को सहायक बनाएं, अपना दिमाग न खोएं
 AI काम को आसान बना सकता है, लेकिन आपकी सोचने की क्षमता को रिप्लेस नहीं कर सकता। अगर लोग सिर्फ ChatGPT पर निर्भर हो जाएंगे, तो उनकी क्रिएटिविटी खत्म हो सकती है

 AI को नई चीजें सीखने का जरिया बनाएं
 ChatGPT और अन्य AI टूल्स का उपयोग नई चीजें सीखने, रिसर्च करने और नए आइडिया जनरेट करने में करना चाहिए। इसे सिर्फ नकल करने या रेडीमेड जवाब पाने का जरिया न बनाएं।

 AI के नुकसान को समझें और सतर्क रहें
 AI का गलत इस्तेमाल फेक न्यूज़, साइबर फ्रॉड और डेटा चोरी जैसे खतरों को बढ़ा सकता है। इसलिए इसका इस्तेमाल करते समय सतर्क रहना जरूरी है

 AI और ChatGPT को लेकर भारत में बढ़ रही चिंताएं

Mukesh Ambani की यह चेतावनी ऐसे समय में आई है, जब भारत में AI और ChatGPT को लेकर कई बहसें चल रही हैं। हाल ही में कई कॉर्पोरेट सेक्टर, शिक्षण संस्थान और सरकारी संगठनों ने AI के बढ़ते प्रभाव को लेकर चिंता जताई है

 शिक्षा क्षेत्र – कई प्रोफेसर्स और शिक्षक मानते हैं कि छात्र बिना सोचे-समझे AI का उपयोग कर रहे हैं, जिससे उनकी सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित हो रही है।
नौकरी का खतरा – कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि AI और ऑटोमेशन के कारण भविष्य में लाखों नौकरियां खत्म हो सकती हैं
डाटा प्राइवेसी – ChatGPT जैसे AI टूल्स बड़े पैमाने पर डाटा कलेक्ट करते हैं, जिससे यूजर्स की गोपनीयता और सिक्योरिटी पर खतरा बढ़ सकता है।

 भारत में AI का भविष्य – क्या होगा आगे?

Mukesh Ambani ने कहा कि भारत AI में बड़ा खिलाड़ी बनने की ओर बढ़ रहा है। सरकार और कई कंपनियां AI के लोकल डेवलपमेंट और एथिकल यूसेज को बढ़ावा दे रही हैं। Reliance Jio भी AI आधारित नई टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है

भारत में AI के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए Mukesh Ambani की यह सलाह बेहद महत्वपूर्ण है। आने वाले समय में AI हमारे जीवन का अहम हिस्सा बनने वाला है, लेकिन इसका सही और संतुलित उपयोग ही सफलता की कुंजी होगा