अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए आज, 5 फरवरी 2025 को, सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ, जो शाम 5 बजे तक चलेगा। कुल 3,71,578 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं, जिनमें 1,93,417 पुरुष, 1,78,153 महिला और 8 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। मतदान के लिए 414 मतदेय स्थल और 255 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।
प्रमुख उम्मीदवार:
इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा के चंद्रभानु पासवान और सपा के अजीत प्रसाद के बीच है। बसपा ने इस उपचुनाव से दूरी बनाई है, जबकि कांग्रेस सपा का समर्थन कर रही है।
मतदान की प्रगति:
दोपहर 1 बजे तक 44.59% मतदान दर्ज किया गया है, जो दर्शाता है कि मतदाताओं में उत्साह है। सुबह 9 बजे तक 13.34% और 11 बजे तक 29.86% मतदान हुआ था। मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं, जिसमें बुजुर्ग, महिलाएं और युवा बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था:
चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। 210 मतदेय स्थलों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है, जिसका पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, 25 मतदेय स्थलों पर वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गई है।
शिकायतें और आरोप:
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि अयोध्या की पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही है, जिससे मतदाताओं में भय उत्पन्न हो रहा है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस पर संज्ञान लेने की अपील की है। वहीं, सपा ने भी कुछ मतदान केंद्रों पर फर्जी मतदान के आरोप लगाए हैं।
चुनाव का महत्व:
मिल्कीपुर विधानसभा सीट सपा के वरिष्ठ नेता अवधेश प्रसाद के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई थी। इस उपचुनाव के परिणाम का असर आगामी राजनीतिक समीकरणों पर पड़ सकता है, खासकर अयोध्या जिले में।
मिल्कीपुर उपचुनाव में मतदाताओं का उत्साह देखते ही बनता है। सभी की निगाहें 8 फरवरी 2025 को आने वाले परिणामों पर टिकी हैं, जो यह तय करेंगे कि इस महत्वपूर्ण सीट पर किसका कब्जा होगा।