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अमेरिका ने अवैध भारतीय प्रवासियों को विशेष विमान से भेजा वापस, पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले ट्रंप का बड़ा कदम

अमेरिका ने अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों को विशेष चार्टर्ड विमान से भारत वापस भेजा है। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले उठाया गया है, जिसे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का महत्वपूर्ण निर्णय माना जा रहा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनावी वादे के अनुसार, अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को उनके मूल देशों में वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस क्रम में, सोमवार देर रात टेक्सास के सैन एंटोनियो से 205 भारतीय नागरिकों को अमेरिकी वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान से भारत भेजा गया। यह विमान बुधवार दोपहर पंजाब के अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरेगा।

 

अवैध प्रवासियों की पहचान और वापसी:

अमेरिकी अधिकारियों ने लगभग 18,000 भारतीय नागरिकों की पहचान की है, जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं। इनमें से 205 नागरिकों को पहले चरण में वापस भेजा गया है। इनमें गुजरात, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, और महाराष्ट्र के निवासी शामिल हैं। अमृतसर हवाई अड्डे पर इनकी पहचान और अन्य कागजी कार्रवाई के लिए विशेष काउंटर स्थापित किए गए हैं। यदि किसी व्यक्ति का आपराधिक रिकॉर्ड पाया जाता है, तो उसे तुरंत हिरासत में लिया जाएगा।

 

भारत सरकार की प्रतिक्रिया:

भारत सरकार ने अवैध रूप से विदेशों में रह रहे भारतीय नागरिकों की वापसी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पहले कहा था कि भारत अमेरिका सहित अन्य देशों में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों की वैध वापसी के लिए तैयार है, बशर्ते उनकी नागरिकता की पुष्टि हो जाए।

 

ट्रंप प्रशासन की सख्ती:

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) के अनुसार, अमेरिका अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त है और अवैध प्रवासियों को निकाल रहा है। इस प्रक्रिया में सैन्य विमानों का उपयोग किया जा रहा है, जो पहले कम ही देखा गया था।

 

भविष्य की योजना:

अमेरिकी अधिकारियों ने संकेत दिया है कि अवैध प्रवासियों के खिलाफ यह कार्रवाई जारी रहेगी। अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे अन्य भारतीय नागरिकों की पहचान की जा रही है, और उन्हें भी जल्द ही वापस भेजा जा सकता है। इस कदम का उद्देश्य अमेरिका में अवैध प्रवास को रोकना और आव्रजन कानूनों को सख्ती से लागू करना है।

 

अमेरिका द्वारा अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भेजने की यह कार्रवाई राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी वादों के अनुरूप है। भारत सरकार ने भी इन नागरिकों की वापसी के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान किया है। देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस प्रक्रिया में और कितनी तेजी आती है और इसका भारत-अमेरिका संबंधों पर क्या प्रभाव पड़ता है।