जुर्म

किसानो-पुलिस में टकराव, सड़कों पर प्रदर्शनकारियों के आंदोलन के चलते आम लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा

न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी को लेकर कानून बनाने समेत विभिन्न मांगों के लिए पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों ने राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की जवानों के साथ झड़प भी हुई।

न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी को लेकर कानून बनाने समेत विभिन्न मांगों के लिए पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों ने राष्ट्रव्यापी विरोधप्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की जवानों के साथ झड़प भी हुई। जिसमें कई घायल भी हुए। सड़कों पर प्रदर्शनकारियों के आंदोलन के चलते आम लोगों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान संगठनों के आंदोलन की वजह से सीमाओं पर अच्छा-खासा प्रदर्शन देखने को मिला। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सीमाओं पर बैरिकेडिंग की गई। लेकिन किसानों उन्हें भी तहस-नहस कर दिया।

पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में कई घायल हुए। वहीं प्रदर्शन के चलते लोगो को खासी मुसीबतों का सामना भी करना पड़ा। बता दें किकिसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी को लेकर कानून बनाने समेत अपनी और कई मांगों को स्वीकार कराने के लिए विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। पंजाब के किसान स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, एमएसपी पर गारंटी, लखीमपुर खीरी हादस पर  सख्त कारवाई करने जैसी कई मांगों  पर अड़े हैं। जींद में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान घायल हुए रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को अंबाला के सिविल अस्पताल लाया गया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों द्वारा बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया गया। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा पुलिस पर भारी पथराव किया जिसके जवाब में हरियाणा पुलिस ने वॉटर कैनन तथा अश्रु गैस का इस्तेमाल करके स्थिति को नियंत्रण में लिया। कानून सभी के लिए समान है और हम सभी को इसका सम्मान करना चाहिए। प्रदर्शन की आड़ में उपद्रव फैलाने की अनुमति किसी को नहीं है , ऐसे लोगों पर विधि अनुसार कार्यवाही की जाएगी। वहीं जींद में भी किसान और जवानों के बीच झड़प हुई है शंभू बॉर्डर पर पुल के दोनों तरफ लगाई लोहे की रेलिंग को किसानों ने तोड़ दिया है।

आंसू गैस के कारण कुछ लोगों को चोटें आई हैं। वहीं शम्भू बॉर्डर पर सबसे आगे तैनात अंबाला नारायणगढ़ डीएसपी समेत पांच पुलिस मुलाजिम भी घायल हुए हैं। सभी को सिटी सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। दिल्ली पुलिस नेटीकरी बॉर्डर को किया पूरी तरह से सील कर दिया है। बैरिकेड्स के जरिये दिल्ली की तरफ आने जाने वाले दोनों रास्तों को बंद कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस नेकिसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए कई लेयर की बैरिकेडिंग की है। सड़क के बीचो-बीच बड़े पत्थर रखकर नेशनल हाईवे नंबर 9 को ब्लॉक किया गया है।

बहादुरगढ़ में सेक्टर 9 मोड़ पर पुलिस ने पहले ही दिल्ली की तरफ जाने वाले रास्ते को ब्लॉक कर दिया था। टीकरी बॉर्डर सेदिल्ली की तरफ जाने वाले अन्य रास्तों को भी बंद किया गया है। जींद में शुगर मिल को बनाया अस्थायी जेल वहीं जिला प्रशासन ने झांझ गांव के पास स्थित शुगर मिल को अस्थाई जेल बना दिया गया है। महानिदेशक जेल द्वारा आदेश दिए गए हैं कि चीनी मिल को अस्थायी तौर पर जेल बना दिया गया है। यहां पर डाॅ. मनदीप, औषधाकारक, पवन जैन जेल उपाधीक्षक के साथ सामंजस्य स्थापित कर अस्थायी जेल में ड्यूटी करेंगे। किसान आंदोलन को देखते हुए सभी अधिकारियों व कर्मियों के अवकाश रद्द किसान आंदोलन को देखते हुए मंगलवार से आगामी आदेशों तक अधिकारी व कर्मचारियों की छुट्टी को रद्द करने के आदेश दिए गए हैं। केवल चिकित्सीय अस्पताल की स्थिति में सीएमओ जींद सेचिकित्सा प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद ही सक्षम प्राधिकारी की स्वीकृति के बाद अवकाश की अनुमति दी जाएगी।