चेन्नई: ISIS भर्ती मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ा एक्शन लेते हुए तमिलनाडु के 16 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी आतंकवादी संगठनों के नेटवर्क को ध्वस्त करने और उनकी भर्ती गतिविधियों पर रोक लगाने के उद्देश्य से की गई है। इस कार्रवाई से राज्य में हलचल मच गई है।
क्या है मामला?
NIA ने जानकारी दी है कि तमिलनाडु में सक्रिय एक संगठन ISIS के लिए भर्ती का काम कर रहा था। इन संदिग्धों पर आरोप है कि वे युवाओं को कट्टरपंथी विचारधारा के लिए प्रेरित कर रहे थे और उन्हें आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए उकसा रहे थे।
छापेमारी के दौरान क्या मिला?
सूत्रों के अनुसार, NIA ने छापेमारी के दौरान कई डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज, और संदिग्ध सामग्रियां बरामद की हैं। इनमें आतंकी संगठनों से जुड़े मैसेज, सोशल मीडिया चैट्स, और फंडिंग से संबंधित जानकारी शामिल है।
किन स्थानों पर हुई कार्रवाई?
NIA ने चेन्नई, मदुरै, सलेम, और त्रिची जैसे प्रमुख शहरों सहित कुल 16 स्थानों पर यह छापेमारी की। इन जगहों को चुनने से पहले विस्तृत जांच और इनपुट्स का विश्लेषण किया गया था।
NIA का बयान
NIA के प्रवक्ता ने कहा, "तमिलनाडु में ISIS से जुड़े इस नेटवर्क को खत्म करना हमारी प्राथमिकता है। हमने कई महत्वपूर्ण सबूत जुटाए हैं, और आगे की जांच जारी है।"
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस बड़े ऑपरेशन के बाद स्थानीय निवासियों में चिंता और जागरूकता दोनों बढ़ी है। लोग NIA की इस कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं और सरकार से सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग कर रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय
आतंकवाद विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम देश में आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। उनका कहना है कि ISIS जैसे संगठनों की जड़ें कमजोर करने के लिए ऐसी जांच और छापेमारी बेहद जरूरी हैं।
निष्कर्ष
NIA का यह एक्शन आतंकवादी संगठनों के खिलाफ भारत की जीरो-टॉलरेंस नीति को दर्शाता है। इस छापेमारी से न केवल तमिलनाडु बल्कि पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता का संदेश गया है।