डीएम दीपक मीणा ने हस्तिनापुर पहुंचकर बाढ़ राहत कार्यों की तैयारियों की
समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग बरसात से पहले तैयारी पूरी करें।
अगर बरसात से पहले कार्य पूरा नहीं हुआ और बाढ़ के पानी से नुकसान होता है तो
उसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी। डीएम दीपक मीणा ने हस्तिनापुर में
बाढ़ राहत कार्यों की तैयारी का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने खादर क्षेत्र
के फतेहपुर प्रेम गांव के समीप बाढ़ राहत कार्यों से संबंधित परियोजना के
अंतर्गत तटबंध का कार्य देखा। डीएम ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को कार्य
तेजी से करने के के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समय रहते मानक के अनुसार
कार्यों को पूरा कर लिया जाए।
आने वाले दिनों में बरसात शुरू हो जाएगी। इसलिए
बाढ़ से बचने के लिए पुख्ता प्रबंध होने चाहिए। अगर बरसात और बाढ़ के पानी से
जनता को नुकसान होता है तो उसके जिम्मेदार संबंधित अधिकारी होंगे। अगर
कार्रवाई से बचाना है तो समय रहते काम पूरा कर लिया जाए। डीएम फतेहपुर प्रेम
गंगा घाट का निरीक्षण करने के बाद हस्तिनापुर में मौजूद प्राचीन बूढ़ी गंगा
का निरीक्षण करने पहुंचे। जहां नेचुरल साइंसेज ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रियंक
भारती ने बूढ़ी गंगा से संबंधित एनजीटी में प्रचलित प्रकरण के संबंध में कई
बिंदुओं पर चर्चा भी की। उन्होंने हस्तिनापुर में मौजूद सरकारी भूमि का भी
निरीक्षण किया और उनकी रिपोर्ट तलब करने के निर्देश दिए। उन्होंने हस्तिनापुर
में मौजूद सरकारी भूमि का भी निरीक्षण किया और उनकी रिपोर्ट तलब करने के
निर्देश दिए। उन्होंने कुछ दिन पूर्व नगर पंचायत द्वारा खाली कराई गई सरकारी
भूमि का निरीक्षण किया। इस अवसर पर नगर पंचायत के अधिकारियों को कई विशेष
दिशा निर्देश दिए। इस मौके पर डीएम के साथ एडीएम (एफ) सूर्यकांत त्रिपाठी,
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता प्रमोद कुमार, एसडीओ एनपीएस मथुरिया और जेई
मौजूद रहे।