आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने 11 फरवरी, 2025 को राज्य की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सरकार सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और वैश्विक क्षमता केंद्र (जीसीसी) नीति 4.0 के तहत महिलाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम (WFH) की नीति को बड़े पैमाने पर लागू करने की योजना बना रही है। इस कदम का उद्देश्य महिलाओं को लचीला और उत्पादक कार्य वातावरण प्रदान करना है, जिससे वे अपने कार्य और निजी जीवन के बीच बेहतर संतुलन स्थापित कर सकें।
मुख्यमंत्री नायडू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं और लड़कियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला एवं बालिका विज्ञान दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, "आज, हम उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं और उन्हें इन क्षेत्रों में विकास के अवसरों तक समान और पूर्ण पहुंच प्रदान करने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करते हैं।" नायडू ने यह भी उल्लेख किया कि COVID-19 महामारी के दौरान कार्य संस्कृति में बड़ा बदलाव आया है और तकनीक ने घर से काम करने की अवधारणा को आसान बना दिया है। उन्होंने कहा, "रिमोट वर्क, कोवर्किंग स्पेस (CWS) और नेबरहुड वर्कस्पेस (NWS) जैसी अवधारणाएं व्यवसायों और कर्मचारियों को लचीला, उत्पादक कार्य वातावरण बनाने में मदद कर सकती हैं।"
सरकार की इस योजना के तहत, डेवलपर्स को हर शहर, कस्बे और मंडल में आईटी कार्यालय स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा। साथ ही, आईटी और जीसीसी कंपनियों को स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में सहायता प्रदान की जाएगी। नायडू ने विश्वास व्यक्त किया कि इन पहलों से महिला कार्यबल की भागीदारी में वृद्धि होगी, विशेष रूप से वे महिलाएं जो लचीले रिमोट या हाइब्रिड कार्य विकल्पों की तलाश में हैं।
यह पहल न केवल महिलाओं को कार्य-जीवन संतुलन बनाने में मदद करेगी, बल्कि राज्य में आईटी क्षेत्र के विकास को भी बढ़ावा देगी। सरकार की इस नीति से उम्मीद है कि महिलाओं को अपने करियर में आगे बढ़ने के अधिक अवसर मिलेंगे और वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकेंगी।