मध्य प्रदेश के शिवपुरी स्थित माधव राष्ट्रीय उद्यान को भारत का 58वां टाइगर रिजर्व घोषित किया गया है, जिससे राज्य को अपना नौवां बाघ अभयारण्य प्राप्त हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
माधव टाइगर रिजर्व की विशेषताएं: स्थिति और क्षेत्रफल: माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी में स्थित है और 37,523.344 हेक्टेयर में फैला हुआ है। यह पहला ऐसा अभयारण्य है, जहां निर्माण प्रक्रिया छह महीने के भीतर पूरी की गई।
- कोर और बफर क्षेत्र: इस टाइगर रिजर्व का मुख्य क्षेत्र 375.28 वर्ग किलोमीटर है, जबकि बफर जोन 1,276.15 वर्ग किलोमीटर में फैला है।
- रामसर साइट: माधव टाइगर रिजर्व में अंतरराष्ट्रीय महत्व की जल संरचना, सांख्य सागर (चांदपाठा झील) स्थित है, जिसे 2022 में रामसर साइट के रूप में घोषित किया गया था। यह झील 248 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली है और रिजर्व के अंदर एक महत्वपूर्ण जल स्रोत के रूप में कार्य करती है।
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प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, "वन्यजीव प्रेमियों के लिए आश्चर्यजनक खबर! भारत वन्य जीव विविधता और वन्य जीवों का जश्न मनाने वाली संस्कृति से धन्य है। हम हमेशा जानवरों की रक्षा करने में सबसे आगे रहेंगे।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री का बयान: केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, "भारत पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव संरक्षण में लगातार बड़ी प्रगति कर रहा है। यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि देश ने अपने 58वें टाइगर रिजर्व को अपनी सूची में शामिल कर लिया है, जिसमें नवीनतम प्रवेश मध्य प्रदेश के माधव टाइगर रिजर्व का है।"
मध्य प्रदेश के अन्य टाइगर रिजर्व:मध्य प्रदेश में पहले से आठ टाइगर रिजर्व हैं: सतपुड़ा, पेंच, बांधवगढ़, कान्हा, संजय दुबरी, पन्ना, रानी दुर्गावती और रातापानी। माधव टाइगर रिजर्व राज्य का नौवां टाइगर रिजर्व है।
माधव टाइगर रिजर्व का उद्घाटन 10 मार्च को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया की जयंती के अवसर पर किया जाएगा।