केंद्रीय मंत्री अनप्रिु या पटेल के वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर नियमविरुद्ध
टोल वसूली के आरोपों को उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्रीनंद गोपाल नंदी ने
निराधार और तथ्यहीन बताया है। नंद गोपाल नंदी की ओर से एक बयान जारी किया गया
है। इसमें लिखा है, “वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर 3 टोल प्लाजा स्थित हैं।
जिसमें यथा- फत्तेपुर, लोढ़ी और मालोघाट शामिल हैं। निजी विकासकर्ता द्वारा
यह शिकायत किये जाने पर कि फत्तेपुर टोल प्लाजा से शक्तिनगर जाने वाले वाहन
नरायनपुरजमुई के रास्ते चुनार होते हुए अहरौरा से पहले वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग
पर चले जाते हैं और शक्तिनगर से वाराणसी को आने वाले वाहन अहरौरा के बाद
चकिया होते हुए चले जाते हैं, जिससे राजस्व की हानि होती है।” उन्होंने आगे
कहा, “अहरौरा टोल प्लाजा पर केवल उन्हीं वाहनों से शुल्क वसूल किया जाता है,
जो फत्तेपुर टोल प्लाजा पर टोल का भुगतान नहीं करते हुए वाराणसी- शक्तिनगर
मार्ग का उपयोग करते हैं। टोल प्लाजा फत्तेपुर और अहरौरा मे से एक ही स्थान
पर टोल लेने की व्यवस्था है।
इस प्रकार उपर्युक्त टोल की व्यवस्था एवं एक से
दूसरे टोल के बीच की दूरी स्थापित मानकों के अनुरूप है।” नंदी ने सिलसिलेवार
तरीके से फास्ट टैग को लेकर हो रही लापरवाही का मुद्दा उठाया है। उन्होंने
कहा, निजी विकासकर्ता मे. एसीपी टोलवेज प्रा.लि. (मे.एपको) को पूर्व में टोल
बूथों पर फास्ट टैग सिस्टम लगाकर टोल शुल्क वसूली के लिए निर्देशित किया गया
था, लेकिन उनके द्वारा अपेक्षित कार्रवाई न किए जाने के कारण पुनः 14 जुलाई
को उनके प्रतिनिधि को बुलाकर यह निर्देश दिए गए कि एक माह के अन्दर मार्ग के
सभी टोल बूथों पर फास्ट टैग सिस्टम लगाकर टोल वसूली किया जाना सुनिश्चित किया
जाए।” हाल ही में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने सीएम आदित्यनाथ योगी को
एक पत्र लिखा था। जिसमें टोल प्लाजा पर हो रही अवैध वसूली का जिक्र था।