कावड़ यात्रा को देखते हुए भले ही 25 जुलाई के बाद भारी वाहनों की एंट्री पर
प्रतिबंध लगाया गया हो। लेकिन, ट्रैफिक पुलिस विभाग के कर्मचारियों ने अभी से
शहर के अंदरूनी इलाकों की सड़क के रास्तों पर बैरिकेडिंग लगानी और डिवाइडरों
के कट को बंद करना शुरू कर दिया है। हालांकि, शिवरात्रि पर्व में अभी लगभग दो
सप्ताह का समय है। बावजूद इसके शहर के अंदरूनी इलाकों की सड़कों पर
बैरिकेडिंग लगाने से अब शहवासियों की मुसीबतें और बढ़ जाएगी। यानी सीधे तौर पर
कहें तो जिन लोगों को अपने संस्थान पहुंचने या घर पहुंचने में 10 से 15 मिनट
का समय लगता था, अब उन्हें एक छोर से दूसरे छोर की तरफ घूमते हुए जाना होगा।
जिसमें उन्हें 40 से 50 मिनट लगेंगे।
योगी सरकार की प्राथमिकताओं में से एक
कांवड यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने कावड़ यात्रा सकुशल
संपन्न कराने को लेकर अभी तैयारियां शुरू कर दी है। पहले एडीजी डीके ठाकुर और
आईजी नचिकेता झा ने यूपी समेत चार राज्यों दिल्ली, हरियाणा और उत्तराखंड के
पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक की और जरूरी दिशा निर्देश दिए।इस बैठक
के बाद प्रमुख सचिव राजेश कुमार और डीजीपी प्रशांत कुमार ने कमिश्नरी सभागार
में बैठक लेकर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को कावड़ यात्रा से कुशल संबंध
करने की बात कही। वहीं, हाल ही में एडीजी ट्रैफिक के. सत्यनारायण ने पुलिस
लाइन में 22 जुलाई को शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के मद्देनजर यातायात
व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली-मेरठ
एक्सप्रेसवे बंद नहीं किया जाएगा। एक्सप्रेसवे पर कांवड़ियों के प्रवेश रोककर
उन्हें गंगनहर चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग से निकाले जाएगा। कांवड़
यात्रा की निगरानी शासन स्तर से होगी। ऐसे में सभी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी
करें। बैठक में शामिल मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और उत्तराखंड
के अधिकारियों से तैयारियों की जानकारी लेकर निर्देश दिए।
एडीजी ने
दिल्ली-मेरठ के बीच चलने वाले भारी वाहनों के रूट डायवर्जन की भी समीक्षा की।
कहा कि 22 जुलाई से भारी वाहनों और यात्री बसों के लिए पुलिस की तरफ से रूट
डायवर्टकिया जाएगा। इसकी सूचना जल्द ही मीडिया को दी जाएगी। कांवड़ यात्रा के
दौरान एनएच-58 पर जारी ट्रैफिक प्लान के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
गंगनहर चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग से अधिक संख्या में कांवड़ियों को
निकाला जाएगा। इसके लिए सादा कप़ड़ों में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई
जाएगी। जिससे कांवड़ियों के लिए दिल्ली की दूरी कम हो जाए और एएच-58 पर
कांवड़ियों की संख्या भी कम रहे।