नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने नई रणनीति अपनाने का फैसला किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे पर एक हाई-लेवल मीटिंग की, जिसमें BSF (Border Security Force), सेना और खुफिया एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक में सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए कड़े निर्देश जारी किए गए और नई रणनीतियों पर चर्चा हुई।
अमित शाह ने BSF को दिए सख्त निर्देश
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ और आतंकवादी गतिविधियों को रोकना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने BSF, सेना और अन्य सुरक्षा बलों को निर्देश दिया कि घुसपैठ के किसी भी प्रयास पर तुरंत और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने बैठक में खासतौर पर सीमा पर हाई-टेक सर्विलांस बढ़ाने, ड्रोन मॉनिटरिंग, और आधुनिक हथियारों के इस्तेमाल पर जोर दिया।
मीटिंग में लिए गए 5 अहम फैसले
- सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए हाई-टेक सर्विलांस सिस्टम का विस्तार होगा।
- BSF को रात के समय गश्त और मॉनिटरिंग बढ़ाने के निर्देश।
- आधुनिक ड्रोन और AI-आधारित कैमरों का उपयोग किया जाएगा।
- जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ रोकने के लिए LoC और IB (International Border) पर चौकसी बढ़ेगी।
- स्थानीय लोगों के साथ इंटेलिजेंस नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा।
क्यों बढ़ रही है घुसपैठ की घटनाएं?
हाल के महीनों में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठनों ने सीमा पार से घुसपैठ के कई प्रयास किए हैं। खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन भारत में आतंक फैलाने के लिए घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। खासतौर पर, जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से आतंकवादियों को भेजने की घटनाएं बढ़ रही हैं।
BSF और सेना का नया एक्शन प्लान
- LoC और IB पर सुरक्षा बढ़ाई जाएगी।
- ड्रोन के जरिए पाकिस्तानी घुसपैठियों की हर हरकत पर नजर रखी जाएगी।
- घुसपैठियों का समर्थन करने वाले लोकल नेटवर्क को खत्म किया जाएगा।
- सीमा पर एंटी-टेरर ऑपरेशन तेज किए जाएंगे।
- इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स के आधार पर घुसपैठ के संभावित रूट्स पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में सुरक्षा बलों ने कई बड़े ऑपरेशन किए हैं। आतंकियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन ऑलआउट में अब तक सैकड़ों आतंकियों का सफाया किया जा चुका है।
पाकिस्तान को सख्त संदेश
भारत सरकार ने पाकिस्तान को साफ संदेश दिया है कि आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हाल ही में भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ से की गई फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया और कई आतंकियों को मार गिराया।
स्थानीय लोगों की भूमिका अहम
अमित शाह ने कहा कि स्थानीय नागरिकों और सुरक्षाबलों के बीच सहयोग बढ़ाने की जरूरत है। सुरक्षा एजेंसियां अब स्थानीय युवाओं को आतंकवाद के खिलाफ जागरूक करने और उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने पर जोर दे रही हैं।
अगले कुछ महीनों में क्या होगा?
गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, अगले कुछ महीनों में सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की जाएगी। साथ ही, आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान तेज होगा।
जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ रोकने और आतंकवाद को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। गृह मंत्री अमित शाह ने BSF, सेना और सुरक्षा एजेंसियों को घुसपैठियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सरकार अब आधुनिक तकनीक, ड्रोन और इंटेलिजेंस नेटवर्क के जरिए सीमा सुरक्षा को अभेद्य बना रही है। आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ और भी कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।