14 मार्च 2025 को होली के पावन पर्व पर इस वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण लगेगा। यह खगोलीय घटना भारतीय समयानुसार सुबह 10:39 बजे से दोपहर 2:18 बजे तक होगी। हालांकि, यह ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, क्योंकि इस समय यहां दिन का प्रकाश रहेगा। फिर भी, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के दौरान कुछ विशेष सावधानियां बरतनी आवश्यक होती हैं। विशेष रूप से, तुलसी से जुड़े कुछ कार्यों में सावधानी न बरतने से अशुभ प्रभाव पड़ सकते हैं।
तुलसी से संबंधित सावधानियां: तुलसी के पौधे को स्पर्श न करें: ग्रहण काल के दौरान तुलसी के पौधे को छूना या उसमें जल अर्पित करना वर्जित माना जाता है। ऐसा करने से पौधे की पवित्रता भंग हो सकती है। तुलसी के पत्तों का सेवन न करें: इस अवधि में तुलसी के पत्तों का सेवन या उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। तुलसी के पौधे के पास साफ-सफाई रखें: ग्रहण के समय तुलसी के पौधे के आसपास गंदगी न होने दें। पौधे के पास दीपक जलाना शुभ होता है। तुलसी के पौधे को ढककर रखें: ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा से बचाने के लिए तुलसी के पौधे को कपड़े से ढक देना चाहिए। ग्रहण के बाद पौधे को शुद्ध करें: ग्रहण समाप्ति के बाद तुलसी के पौधे पर गंगाजल छिड़ककर उसकी शुद्धि करनी चाहिए।
ग्रहण का सूतक काल:चूंकि यह चंद्र ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, इसलिए यहां सूतक काल मान्य नहीं होगा। सूतक काल वह अवधि होती है जब ग्रहण से पूर्व 9 घंटे तक शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं। लेकिन इस बार भारत में सूतक काल लागू नहीं होगा, इसलिए सामान्य दिनचर्या और होली के उत्सव में कोई बाधा नहीं होगी।
धार्मिक मान्यताएं और सावधानियां:भले ही यह ग्रहण भारत में दृश्य न हो, लेकिन कुछ लोग धार्मिक आस्था के कारण सावधानियां बरतते हैं। गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए। उन्हें ग्रहण के दौरान घर के भीतर रहना, नुकीली वस्तुओं का उपयोग न करना, और मंत्र जाप करना लाभकारी होता है।
ग्रहण के दौरान क्या करें: मंत्र जाप करें: ग्रहण काल में 'ॐ नमः शिवाय' या 'ॐ सोमाय नमः' मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है। ध्यान और प्रार्थना करें: इस समय ध्यान लगाना और ईश्वर की प्रार्थना करना मानसिक शांति प्रदान करता है।भजन-कीर्तन करें: घर में भजन-कीर्तन करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
ग्रहण के बाद के कार्य: स्नान करें: ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करें। घर की सफाई करें: घर के मंदिर और तुलसी के पौधे की सफाई करें और गंगाजल का छिड़काव करें। दान-पुण्य करें: जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र या धन का दान करना शुभ फलदायी होता है। 14 मार्च 2025 को होने वाला चंद्र ग्रहण भले ही भारत में दृश्य न हो, लेकिन धार्मिक आस्थाओं के अनुसार कुछ सावधानियां बरतना उचित होगा। विशेष रूप से, तुलसी से जुड़े उपरोक्त नियमों का पालन करके आप अशुभ प्रभावों से बच सकते हैं और अपने परिवार की सुख-शांति बनाए रख सकते हैं।