बेंगलुरु के येलहंका वायुसेना स्टेशन पर आयोजित एशिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी, एयरो इंडिया 2025, का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 10 फरवरी, 2025 को किया। इस अवसर पर उन्होंने भारत की उन्नत मिसाइल तकनीकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये न केवल देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा, "भारत की मिसाइल प्रौद्योगिकी ने विश्व में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। हमारी स्वदेशी क्षमताएं न केवल हमारी सुरक्षा को मजबूत करती हैं, बल्कि अन्य देशों के लिए भी प्रेरणा स्रोत हैं।" उन्होंने आगे कहा कि एयरो इंडिया 2025 जैसे आयोजन भारत की औद्योगिक क्षमता और तकनीकी प्रगति को विश्व के समक्ष प्रदर्शित करने के साथ-साथ मित्र देशों के साथ सहजीवी संबंधों को और मजबूत करने का अवसर प्रदान करते हैं।
इस पांच दिवसीय कार्यक्रम में 90 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और 900 से अधिक प्रदर्शक भाग ले रहे हैं, जो इसे अब तक का सबसे बड़ा एयरो इंडिया आयोजन बना रहा है। कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन, सीईओ राउंड-टेबल, आईडीईएक्स स्टार्ट-अप इवेंट, शानदार एयर शो, इंडिया पैवेलियन और एयरोस्पेस कंपनियों का एक व्यापार मेला शामिल है।
रक्षा मंत्री ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में हो रहे प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "हमने हाल के वर्षों में सरकार ने एक मजबूत रक्षा उद्योग संबंधी इको-सिस्टम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई परिवर्तनकारी नीतिगत सुधार किए हैं। इसमें घरेलू डिजाइन, विकास, विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा देने वाली पहल शामिल हैं।"
एयरो इंडिया 2025 में भारत की मिसाइल प्रौद्योगिकी के साथ-साथ अन्य स्वदेशी रक्षा उपकरणों का भी प्रदर्शन किया जा रहा है, जो देश की बढ़ती तकनीकी क्षमताओं का प्रमाण है। इस आयोजन ने भारत को वैश्विक रक्षा और एयरोस्पेस मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है, जहां विभिन्न देशों के साथ सहयोग और साझेदारी के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं।