पिछले कुछ समय से देश के अलग-अलग हिस्सों से रेलवे ट्रैक बाधित होने के कई मामले सामने आए हैं। रेलवे ट्रैक पर भारी सामान रखकर ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिशें कई बार नाकाम की जा चुकी हैं लेकिन मामले रुक नहीं रहे हैं। अब ताजा मामला उत्तराखंड से सामने आया है। इस बार उत्तराखंड में रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर मिला है और आशंका है कि ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश के तहत यह सिलेंडर ट्रैक पर रखा गया था। मामला उत्तराखंड के रूड़की के पास ढंडेरा रेलवे स्टेशन का है।
रुड़की के नजदीक का है मामला
दरअसल, रविवार सुबह 06:35 बजे, एक मालगाड़ी (बीसीएनएचएल/32849) के लोको पायलट ने रुड़की के स्टेशन मास्टर को सूचित किया कि लंढौरा और ढंढेरा के बीच किमी 1553/01 पर ट्रैक पर एक सिलेंडर पड़ा हुआ मिला। यह घटना ढंडेरा थाने से करीब एक किमी दूर की है। इस घटना को लेकर उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु उपाध्याय ने कहा, 'प्वाइंटमैन तुरंत मौके पर पहुंचा और पाया कि सिलेंडर पूरी तरह से खाली था। बाद में इसे ढंढेरा के स्टेशन मास्टर को दे दिया गया। स्थानीय पुलिस व जीआरपी को सूचना दे दी गयी है। स्थानीय पुलिस स्टेशन - सिविल लाइन्स, रुड़की में एक प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।
लगातार सामने आ रहे हैं ऐसे मामले
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, यह पहली बार नहीं जब किसी ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश रची गई है। इससे पहले हाल ही में रामपुर में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां रेल ट्रैक बाधित हो गया था, यहां बिलासपुर और रुद्रपुर सिटी के बीच दून एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश की गई। ट्रेन नं. का लोको पायलट. 12091 को ट्रैक पर 6 मीटर लंबा लोहे का खंभा मिला था। ड्राइवर ने ट्रेन रोककर ट्रैक को साफ किया और फिर ट्रेन को सुरक्षित बाहर निकाला।
ऐसा ही एक मामला कानपुर में भी सामने आया था, जहां रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर रखा हुआ था और वहां से गुजर रही कालिंदी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गई। इसके बाद अजमेर में भी रेलवे ट्रैक पर सीमेंटेड ब्लॉक रखे गए। वहीं, यूपी के गाजीपुर जिले में रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का एक बड़ा टुकड़ा मिला। जो इंजन में फंस गया था, इसके चलते स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस में तकनीकी खराबी आ गई और वह करीब 2 घंटे तक खड़ी रही।
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