नई दिल्ली, 14 जनवरी 2025 – केंद्र सरकार में मंत्री और चर्चित नेता संजीव बालियान ने अपनी ही सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यदि उन पर किसी प्रकार का हमला होता है तो इसके लिए सीधे तौर पर अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
संजीव बालियान का यह बयान न केवल उनकी पार्टी के भीतर बल्कि राजनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बन गया है। यह बयान उनके और उनके क्षेत्र के अधिकारियों के बीच बढ़ती तनातनी को उजागर करता है।
क्या है पूरा मामला?
मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से जुड़ा है, जहां संजीव बालियान अपने क्षेत्र के दौरे पर थे। वहां कुछ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उनकी मांगों को अनदेखा करने और जनता की समस्याओं को हल न करने की शिकायतें बार-बार सामने आईं।
बालियान ने आरोप लगाया कि,
"अधिकारियों की लापरवाही के कारण क्षेत्र में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है। यदि मुझ पर या मेरे समर्थकों पर किसी भी प्रकार का हमला होता है, तो इसके लिए ये अधिकारी जिम्मेदार होंगे।"
बालियान का विरोधी तेवर
संजीव बालियान ने अपनी ही सरकार को सीधे तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि,
"यदि अधिकारियों की मनमानी पर रोक नहीं लगाई गई, तो मुझे बड़े कदम उठाने पड़ सकते हैं।"
उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। उनकी पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने इसे सार्वजनिक रूप से न कहने की सलाह दी है, लेकिन बालियान अपने बयान पर कायम हैं।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
मुजफ्फरनगर के प्रशासनिक अधिकारियों ने संजीव बालियान के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि,
"हमारा काम पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ हो रहा है। अगर कोई समस्या है तो उसका समाधान किया जाएगा।"
विपक्ष का पलटवार
इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने सरकार और संजीव बालियान को घेरना शुरू कर दिया है। एक विपक्षी नेता ने कहा,
"जब एक मंत्री अपनी ही सरकार से संतुष्ट नहीं है, तो आम जनता का क्या होगा? यह सरकार की नाकामी का सबसे बड़ा उदाहरण है।"
जनता की प्रतिक्रिया
इस बयान के बाद संजीव बालियान के समर्थकों ने उनके रुख का समर्थन किया और प्रशासन पर सवाल खड़े किए। वहीं, कुछ लोग इसे राजनीतिक स्टंट भी मान रहे हैं।
"बालियान जी हमेशा से जनता के मुद्दों पर मुखर रहे हैं। उनका यह बयान प्रशासन को जिम्मेदारी लेने के लिए मजबूर करेगा," एक स्थानीय निवासी ने कहा।
क्या इस बयान से सरकार पर असर पड़ेगा?
संजीव बालियान का यह बयान उनकी पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा कर सकता है। आगामी लोकसभा चुनावों से पहले इस तरह के मुद्दे सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं।