नई दिल्ली, 14 जनवरी 2025 – दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज़ हो रही है। इसी बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी पर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। उन पर सरकारी वाहन का चुनाव प्रचार में इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज की गई है।
यह मामला उस समय उजागर हुआ, जब मुख्यमंत्री आतिशी को चुनावी रैली में सरकारी वाहन का उपयोग करते हुए देखा गया। विपक्षी दलों ने इसे तुरंत मुद्दा बनाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की। शिकायत के आधार पर यह FIR दर्ज की गई।
क्या है मामला?
चुनावी रैलियों और प्रचार के दौरान सरकारी संसाधनों का उपयोग करना आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है। बीते दिन मुख्यमंत्री आतिशी एक रैली में अपने आधिकारिक वाहन में पहुंचीं। वहां मौजूद विपक्षी नेताओं ने इसे रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
चुनाव आयोग ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए एक जांच टीम गठित की। जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक वाहन का उपयोग किया था। इसके बाद उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई।
विपक्ष के आरोप
विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री आतिशी और उनकी पार्टी को घेरते हुए कहा कि
मुख्यमंत्री ने जानबूझकर सरकारी संसाधनों का चुनाव में दुरुपयोग किया है। इससे साफ होता है कि वे जनता के पैसे का गलत इस्तेमाल कर रही हैं।
प्रमुख विपक्षी दल के नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि,
यह लोकतंत्र के मूल्यों का हनन है। चुनाव आयोग को तुरंत मुख्यमंत्री आतिशी की उम्मीदवारी पर विचार करना चाहिए।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री आतिशी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि
यह विपक्ष की साजिश है। मैंने किसी भी सरकारी संसाधन का दुरुपयोग नहीं किया है। चुनाव आयोग की जांच में सच सामने आ जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा पारदर्शिता और ईमानदारी से काम किया है।
चुनाव आयोग का रुख
चुनाव आयोग ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए मुख्यमंत्री को नोटिस जारी किया है। आयोग ने मुख्यमंत्री से सात दिनों के भीतर जवाब मांगा है।