भारतीय क्रिकेट के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आखिरकार इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। गाबा में खेला गया भारत का ऐतिहासिक टेस्ट मैच उनके करियर का आखिरी मुकाबला साबित हुआ। अश्विन के इस ऐलान ने उनके फैंस को भावुक कर दिया, वहीं क्रिकेट जगत ने उनके योगदान को सलाम किया है।
क्यों लिया संन्यास का फैसला?
गाबा टेस्ट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने अपने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा, "मैंने भारतीय क्रिकेट को अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है। अब समय आ गया है कि मैं नई पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए जगह छोड़ दूं और अपने परिवार को समय दूं।" अश्विन ने यह भी कहा कि यह फैसला उनके लिए भावनात्मक था लेकिन सही समय पर लिया गया।
अश्विन का क्रिकेट सफर:
रविचंद्रन अश्विन का करियर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कई सुनहरे अध्याय जोड़ता है।
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टेस्ट क्रिकेट में योगदान:
अश्विन ने भारत के लिए 100 से ज्यादा टेस्ट मैच खेले, जिनमें उन्होंने 450 से अधिक विकेट लिए। उनके नाम कई बार 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड है।
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वनडे और टी20 में प्रदर्शन:
टेस्ट क्रिकेट के अलावा अश्विन ने वनडे और टी20 में भी अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने 200 से अधिक वनडे विकेट और कई टी20 मैचों में भारत को जीत दिलाई।
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गाबा टेस्ट:
गाबा में खेला गया उनका आखिरी टेस्ट मैच भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक था। अश्विन ने इस मैच में बेहतरीन गेंदबाजी के साथ-साथ कुछ जरूरी रन भी बनाए, जो टीम की जीत में अहम साबित हुए।
उनकी उपलब्धियां:
- 2016 में ICC Cricketer of the Year का खिताब जीतने वाले अश्विन ऐसे तीसरे भारतीय खिलाड़ी हैं।
- वह सबसे तेज 300 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
- उनकी बल्लेबाजी भी कई बार भारत के लिए संकटमोचक साबित हुई।
संन्यास पर क्रिकेट जगत की प्रतिक्रिया:
अश्विन के संन्यास की खबर आते ही कई क्रिकेटर्स और फैंस ने सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ की।
- सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया, "अश्विन, तुमने भारतीय क्रिकेट को गर्व महसूस कराया है। तुम्हारा योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।"
- विराट कोहली ने कहा, "अश्विन जैसा खिलाड़ी बहुत मुश्किल से मिलता है। उनके साथ खेलना गर्व की बात थी।"
अश्विन के बाद क्या?
अश्विन के जाने के बाद भारतीय स्पिन गेंदबाजी में एक बड़ा खालीपन आ गया है। हालांकि, युवा स्पिनर जैसे रवि बिश्नोई और कुलदीप यादव को उनकी जगह भरने की उम्मीद है, लेकिन अश्विन जैसा अनुभव और हुनर पाना मुश्किल है।
रविचंद्रन अश्विन का करियर भारतीय क्रिकेट के लिए प्रेरणा है। उन्होंने अपने प्रदर्शन से भारतीय टीम को कई यादगार जीत दिलाई। उनका संन्यास भले ही क्रिकेट फैंस के लिए एक भावुक पल है, लेकिन उनके योगदान को हमेशा सराहा जाएगा।