भारत के जाने-माने वनस्पति वैज्ञानिक और पद्मश्री सम्मानित केएस मणिलाल का 2 जनवरी 2025 को 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन की खबर से वैज्ञानिक समुदाय समेत पूरे देश में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि केएस मणिलाल का योगदान भारतीय वनस्पति विज्ञान और पर्यावरण के क्षेत्र में अतुलनीय है।
केएस मणिलाल का जीवन और योगदान
केएस मणिलाल का जन्म 1937 में केरल के कोझिकोड जिले में हुआ था। उन्होंने भारतीय वनस्पति विज्ञान को समृद्ध करने के लिए अद्भुत योगदान दिया। उनके द्वारा लिखित पुस्तक ‘Hortus Malabaricus’ के अनुवाद ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई। यह पुस्तक भारतीय पौधों और जड़ी-बूटियों के महत्व को समझने में वैज्ञानिकों के लिए एक अनमोल दस्तावेज साबित हुई।
प्रमुख उपलब्धियां
- पद्मश्री सम्मान (2020): मणिलाल को भारतीय वनस्पति विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए यह प्रतिष्ठित सम्मान मिला।
- उन्होंने वनस्पति विज्ञान की कई दुर्लभ प्रजातियों की खोज और उनके संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उन्होंने ‘Hortus Malabaricus’ को लैटिन से अंग्रेजी और मलयालम में अनुवादित किया, जिससे इसे आम जनता और शोधकर्ताओं तक पहुंचाने में मदद मिली।
- उनका शोध कार्य पौधों की औषधीय उपयोगिता और पर्यावरणीय महत्व पर केंद्रित था।
पीएम मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा,
"डॉ. केएस मणिलाल जी का निधन विज्ञान जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।"
वैज्ञानिक समुदाय की प्रतिक्रिया
भारतीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान और अन्य वैज्ञानिक संगठनों ने मणिलाल के निधन पर शोक व्यक्त किया। संस्थान ने कहा कि उनके निधन से भारत ने एक ऐसा महान वैज्ञानिक खो दिया, जिसने वनस्पति विज्ञान को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
परिवार और अंतिम संस्कार
केएस मणिलाल अपने पीछे पत्नी, दो बेटे, और एक बेटी छोड़ गए हैं। उनका अंतिम संस्कार आज शाम को उनके गृहनगर कोझिकोड में संपन्न होगा।
उनकी प्रेरणा नई पीढ़ी के लिए
डॉ. मणिलाल ने न केवल वैज्ञानिक समुदाय को बल्कि पर्यावरण संरक्षण और वनस्पति विज्ञान में रुचि रखने वाली नई पीढ़ी को भी प्रेरित किया। उनकी जीवन यात्रा इस बात का उदाहरण है कि कैसे समर्पण और मेहनत से किसी भी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया जा सकता है।