19 फरवरी 2025 की सुबह, मुंबई क्रिकेट के पूर्व कप्तान और चयनकर्ता मिलिंद रेगे का 76 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी किडनी ने भी काम करना बंद कर दिया था। रेगे, जो 16 फरवरी को 76 वर्ष के हुए थे, मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे, जहां सुबह 6 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
सुनील गावस्कर के साथ गहरा संबंध:
मिलिंद रेगे और सुनील गावस्कर की दोस्ती कॉलेज के दिनों से थी। दोनों ने सेंट जेवियर्स हाई स्कूल और सेंट जेवियर्स कॉलेज में साथ पढ़ाई की और मुंबई क्रिकेट टीम के लिए एक साथ खेले। रेगे की सलाह पर ही गावस्कर ने ओपनिंग बल्लेबाज की भूमिका अपनाई थी।
सचिन तेंदुलकर के करियर में योगदान:
1988-89 सीजन में, जब सचिन तेंदुलकर मात्र 15 वर्ष के थे, मिलिंद रेगे मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की चयन समिति के सदस्य थे। उनकी दूरदर्शिता और निर्णय के कारण ही सचिन को पहली बार फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में मौका मिला, जो आगे चलकर क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ।
करियर और योगदान:
मिलिंद रेगे ने 1966-67 से 1977-78 तक मुंबई के लिए 52 प्रथम श्रेणी मैच खेले, जिसमें उन्होंने 1532 रन बनाए और 126 विकेट लिए। 26 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने के बाद, उन्होंने सक्रिय क्रिकेट से संन्यास ले लिया, लेकिन मुंबई क्रिकेट से जुड़े रहे। लगभग तीन दशकों तक, उन्होंने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के मुख्य चयनकर्ता और क्रिकेट सुधार समिति के सदस्य के रूप में सेवा की।
निधन पर शोक:
मिलिंद रेगे के निधन से क्रिकेट जगत में शोक की लहर है। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत नाइक ने कहा, "मुंबई क्रिकेट के प्रति उनकी निष्ठा और योगदान अविस्मरणीय हैं। उनकी मार्गदर्शन में कई पीढ़ियों के क्रिकेटरों ने सफलता पाई है।"
मिलिंद रेगे का निधन भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ी क्षति है। उनका योगदान, विशेषकर मुंबई क्रिकेट में, सदैव स्मरणीय रहेगा। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी।