नई दिल्ली: आज सेना दिवस के अवसर पर भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना के जवानों की बहादुरी और उनकी राष्ट्र रक्षा में अनमोल योगदान को सलाम किया। दोनों नेताओं ने सेना की संप्रभुता की रक्षा के लिए उनकी अटूट प्रतिबद्धता को प्रेरक बताया और उन्हें अपनी शुभकामनाएं दीं। इस दिन को भारतीय सेना के शौर्य और बलिदान को याद करते हुए मनाया जाता है, जो देश की सीमाओं की सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं।
सेना दिवस का महत्व
सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता है, जो भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ जनरल के.एम. करियप्पा की याद में मनाया जाता है। 15 जनवरी 1949 को जनरल करियप्पा ने ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ से भारतीय सेना के प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया था। यह दिन भारतीय सेना की वीरता और उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा में भूमिका को सम्मानित करने का अवसर है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस अवसर पर भारतीय सेना के शौर्य और बलिदान की सराहना की और उनके योगदान को राष्ट्र की संप्रभुता की रक्षा में अहम बताया। उन्होंने कहा, "भारतीय सेना न केवल देश की सीमाओं की रक्षा करती है, बल्कि वह हर संकट में राष्ट्र की सुरक्षा की रक्षा करने के लिए हमेशा तैयार रहती है। उनके साहस, वीरता, और समर्पण से हम हमेशा प्रेरित होते हैं।"
राष्ट्रपति ने भारतीय सेना के जवानों को उनकी कठिन परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए सलाम किया और कहा कि देश की स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा में उनकी भूमिका अतुलनीय है।
पीएम नरेंद्र मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर भारतीय सेना को अपनी शुभकामनाएं दीं और कहा, "भारतीय सेना की अटूट प्रतिबद्धता राष्ट्र की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए प्रेरक है। उनकी वीरता और बलिदान हम सभी के लिए गर्व का विषय हैं। हम उनके साहस और समर्पण को सलाम करते हैं।"
पीएम मोदी ने भारतीय सेना के जवानों और उनके परिवारों की मेहनत को सराहा और कहा, "हमारे वीर जवानों ने हमेशा अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पित किया है। वे देश की सीमाओं पर शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।"
सेना के शौर्य को सलाम
सेना दिवस के मौके पर, विभिन्न सैन्य प्रमुखों और अधिकारियों ने भारतीय सेना के शौर्य और वीरता को सलाम किया और उनकी उपलब्धियों को सम्मानित किया। पूरे देश में इस दिन को विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों के माध्यम से मनाया गया, जिसमें भारतीय सेना के जवानों की कड़ी मेहनत और बलिदान को उजागर किया गया।
सेना दिवस पर विभिन्न राज्यों में सैन्य परेड, ध्वजारोहण समारोह, और वीरता पुरस्कार वितरण आयोजित किए जाते हैं, जो भारतीय सेना की भूमिका और महत्व को सामने लाते हैं।
सेना दिवस भारतीय सेना के प्रति सम्मान और उनकी वीरता को सम्मानित करने का दिन है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने आज अपने संदेशों में भारतीय सेना की संप्रभुता की रक्षा के लिए उनकी अडिग प्रतिबद्धता को सराहा और कहा कि सेना के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। भारतीय सेना के जवानों ने हमेशा राष्ट्र की सेवा में अपनी जान की कुर्बानी दी है और उनकी यह प्रतिबद्धता प्रेरणादायक है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य देशवासियों को उनके बलिदानों और शौर्य के प्रति जागरूक करना है।