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2026 करोड़ का शराब घोटाला: BJP का AAP पर हमला, कहा- 'झाड़ू से दारू तक की राजनीति

दिल्ली शराब नीति घोटाले में 2026 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप। भाजपा ने AAP पर निशाना साधा, जानिए इस विवाद की पूरी कहानी

दिल्ली शराब नीति घोटाले को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में सामने आए 2026 करोड़ के शराब घोटाले ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। विपक्षी दल भाजपा ने AAP सरकार पर निशाना साधते हुए इसे "झाड़ू से दारू तक की कहानी" करार दिया है।

क्या है मामला?

इस घोटाले का खुलासा तब हुआ, जब जांच एजेंसियों ने दिल्ली सरकार की नई शराब नीति की जांच शुरू की। यह दावा किया गया है कि शराब नीति में बदलाव कर 2026 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया।
आरोप है कि इस नीति के जरिए शराब व्यापारियों को फायदा पहुंचाया गया और सरकार को भारी नुकसान हुआ।

भाजपा का बड़ा आरोप

भाजपा ने इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला। भाजपा नेता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
"AAP ने जो झाड़ू का वादा किया था, वह अब दारू तक सिमट गया है। यह साफ है कि दिल्ली सरकार ने जनता के हितों को नजरअंदाज कर शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाया।"

भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि इस घोटाले से मिले पैसे का इस्तेमाल चुनाव प्रचार और अन्य राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किया गया।

AAP ने क्या कहा?

इस मामले पर आम आदमी पार्टी ने सफाई देते हुए आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया।
AAP के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा,
"यह भाजपा की साजिश है। जब वे चुनाव में हमें हरा नहीं सके, तो झूठे आरोप लगाकर हमारी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी सरकार ने हमेशा पारदर्शिता को प्राथमिकता दी है।"

AAP ने यह भी कहा कि उन्होंने शराब नीति को राज्य के राजस्व को बढ़ाने और अवैध शराब कारोबार को खत्म करने के लिए लागू किया था।

जांच एजेंसियों की भूमिका

इस पूरे मामले की जांच ED (प्रवर्तन निदेशालय) और CBI (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) कर रही हैं। जांच एजेंसियों ने इस घोटाले में शामिल कई लोगों से पूछताछ की है और कुछ को गिरफ्तार भी किया है।
सूत्रों के अनुसार, यह जांच दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच सकती है।

शराब नीति पर सवाल

इस नई शराब नीति ने दिल्ली में शराब की दुकान खोलने और लाइसेंस देने की प्रक्रिया को पूरी तरह बदल दिया था।

  • लाइसेंस धारकों को ज्यादा छूट दी गई।
  • शराब की कीमतों में कमी की गई।
  • यह भी आरोप है कि लाइसेंस देने में पारदर्शिता की कमी थी।

राजनीतिक घमासान

इस मुद्दे ने दिल्ली की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है।

  1. भाजपा इसे AAP सरकार का सबसे बड़ा घोटाला बता रही है।
  2. कांग्रेस ने भी इस मामले पर AAP की आलोचना करते हुए कहा कि "यह सरकार भी भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी हुई है।"
  3. AAP ने कहा कि यह सब उनकी लोकप्रियता को कम करने के लिए किया जा रहा है।

जनता की प्रतिक्रिया

घोटाले की खबर सुनकर दिल्ली की जनता में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि AAP सरकार ने अपने वादों को पूरा नहीं किया और अब घोटाले के आरोपों से घिर गई है।

  • मनीष शर्मा, दिल्ली निवासी: "हमें उम्मीद थी कि AAP सरकार ईमानदार होगी, लेकिन ये आरोप हमारी उम्मीदों पर पानी फेर रहे हैं।"
  • राधा तिवारी, गृहिणी: "अगर घोटाले के आरोप सही हैं, तो जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए।"

विशेषज्ञों की राय

राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह घोटाला AAP की छवि पर गहरा असर डाल सकता है।

  • डॉ. आर. के. गुप्ता, राजनीतिक विश्लेषक: "इस मामले का असर अगले चुनावों पर पड़ सकता है, खासकर जब भाजपा इसे बड़ा मुद्दा बना रही है।"
  • अंजलि मेहरा, सामाजिक कार्यकर्ता: "इस तरह के घोटाले जनता का विश्वास तोड़ते हैं। सरकार को पारदर्शिता दिखानी होगी।"

निष्कर्ष

2026 करोड़ का शराब घोटाला दिल्ली की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन चुका है। भाजपा ने इसे लेकर आक्रामक रुख अपनाया है, जबकि AAP इसे साजिश बता रही है। अब देखना होगा कि जांच एजेंसियों की रिपोर्ट क्या निष्कर्ष देती है और इस मामले का राजनीतिक भविष्य पर क्या असर पड़ता है।