भक्ति

जरूरी है तभी चारधाम यात्रा पर आएं, जोखिम न लें श्रद्धाल

यात्रा मार्ग पर भूस्खलन जोन हुए सक्रिय

जिला मुख्यालय से केदारनाथ तक बीते तीन दिन से रुक -रुककर झमाझम बारिश हो रही है, जिससे रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग कई जगहों पर अति संवेदनशील हो गया है। सड़क व पैदल मार्ग पर भूस्खलन व भू-धंसाव जोन के सक्रिय हो गए हैं। इन हालात को देखते हुए प्रशासन ने यात्रियों से यात्रा के लिए अनावश्यक जोखिम नहीं लेने की अपील की है। साथ ही हाईवे से लेकर धाम तक प्रशासन, पुलिस और सुरक्षा बलों को अलर्ट रहने को कहा है।

बारिश से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर भटवाड़ीसैंण, सिल्ली, सौड़ी, गिंवाला, बांसवाड़ा, काकड़ागाड़-कुंड, देवीधार, ब्यूंडगाड़, तलसारी, फाटा डोलिया मंदिर में भूस्खलन व भू-धंसाव जोन सक्रिय हो गया है। फाटा के समीप पहाड़ी से पत्थर गिरने व पेड़ टूटने से हाईवे तीन घंटे तक बंद रहा था। उधर, गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव, चीरबासा, मीठा पानी, जंगलचट्टी, भीमबली, रामबाड़ा से लिनचोली, छानी कैंप तक पैदल मार्ग अति संवेदनशील है। यहां पहाड़ी से कभी भी पत्थर गिर सकते हैं। जून 2013 की आपदा के बाद पैदल मार्ग पर इन स्थानों पर हर साल हादसे हुए हैं। इधर, हाईवे व पैदल मार्ग की स्थिति को देखते हुए पुलिस अफसरों ने सभी कार्मिकों की छु्ट्टी रद्द कर दी हैं। वहीं खटीमा के हल्दी गांव के दो युवकों की पानी में डूबने से मौत हो गई। दोनों युवक जलभराव में फंसे परिवार को बचाने के लिए गए थे। मूसलाधार बारिश के बीच हल्दी गांव में हुए जलभराव में एक परिवार फंसा था। हल्दी निवासी प्रिंस कुमार (18) पुत्र राम कृपाल और सन्नी (20) पुत्र धर्मेंद्र कुमार कुछ युवकों के साथ परिवार को बचाने के लिए गए थे। इस दौरान दोनों युवक पानी में डूब गए।