सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं।
लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर एनडीए बनाम इंडी गठबंधन की लड़ाई देखने को
मिली, लेकिन इस बार इंडी गठबंधन एनडीए पर भारी पड़ा। भाजपा को उपचुनाव में
सिर्फ दो सीटों पर जीत से संतोष करना पड़ा। बिहार की रुपौली सीट पर निर्दलीय
उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है। सभी सीटों पर 10 जुलाई को वोटिंग हुई थी। इनमें
से कांग्रेस ने 4, टीएमसी ने 4, भाजपा ने 2, AAP, डीएमके और निर्दलीय ने 1-1
सीटें जीत ली हैं। इन 13 सीटों में भाजपा के पास 3 सीटें थीं, कांग्रेस के
पास 2, टीएमसी के पास 1, जेडीयू 1, आप 1, डीएमके 1, बीएसपी 1 और निर्दलीय के
पास 3 सीटें थीं। इस उपचुनाव में भाजपा 2, कांग्रेस 4, टीमएसी 4, जेडीयू 0,
आप 1, डीएमके 1, बीएसपी 0 और निर्दलीय को एक सीट मिली है।
यानी भाजपा को 1 और
JDU को 1 सीट मिलाकर दो सीटों का नुकसान हुआ। कांग्स को 2 और TMC को 3 सीटों
रे का फायदा हुआ है। हिमाचल में भाजपा में शामिल हुए 3 में से एक निर्दलीय ही
चुनाव जीत पाए, दो हार गए। पंजाब में भी AAP से आए कैंडिडेट चुनाव हार गए।
नतीजों पर राहुल गांधी ने कहा- उपचुनाव के नतीजों ने स्पष्ट कर दिया है कि
भाजपा द्वारा बुना गया ‘भय और भ्रम’ का जाल टूट चुका है। किसान, नौजवान,
मजदूर समेत हर वर्ग तानाशाही का समूल नाश कर न्याय का राज स्थापित करना चाहता
है। अपने जीवन की बेहतरी और संविधान की रक्षा के लिए जनता अब पूरी तरह से
INDIA के साथ खड़ी है।
जय हिंदुस्तान, जय संविधान। विधानसभा उपचुनाव में
तृणमूल कांग्रेस को चार सीटों पर जीत मिली है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी का कहना है कि चार में तीन सीटों पर पहले भारतीय जनता पार्टी का
कब्जा था और अब इन पर टीएमसी को जीत मिली है। ममता बनर्जी ने आगे कहा कि इस
जीत के लिए वे जनता का आभार प्रकट करती हैं। उत्तराखंड में उपचुनाव में भाजपा
का विजय रथ रुक गया है। भाजपा पिछले दस साल से सत्ता में है और इस दौरान
जितने भी उपचुनाव हुए भाजपा ने जीत दर्ज की। बदरीनाथ और मंगलौर का चुनावी समर
भाजपा के विजय रथ की कड़ी परीक्षा था। प्रदेश में दो विधानसभा सीटों पर हुए
उपचुनाव में मंगलौर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन ने और
बदरीनाथ सीट पर लखपत सिंह बुटोला ने जीत दर्ज की है। 2022 के विधानसभा चुनाव
में भाजपा को बदरीनाथ विस सीट पर कांग्रेस के हाथों शिकस्त मिली थी।