प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के बर्धमान में
हुंकार भरी। चुनाव प्रचार के दौरान यहां उन्होंने एक रैली को भी संबोधित
किया। इस रैली में पीएम मोदी नेविपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए बताया
कि वह जनता की सेवा करने के लिए पैदा हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि उनका सपना
केवल जनता के सपनों को पूरा करना है। इस रैली में पीएम मोदी ने राहुल गांधी
के रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने के फैसले पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने
बताया कि राहुल गांधी डर के कारण रायबरेली भाग गए। पीएम मोदी ने कांग्रेस
सांसद से कहा, ‘डरो मत, भागो मत’। रैली को संबोधित करत हुए े प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने कहा, “मुझेदेश ने और आप सबने इतना आशीर्वाद दिया है।
शायद
कोई इंसान अपने जीवन में ऐसी कल्पना तक नहीं कर सकता है कि ईश्वर रूपी जनता
जनार्दन इतने आशीर्वाद बरसाएं और लगातार बरसाएं और वर्षों सेये आशीर्वाद
बढ़ता ही जा रहा है। जीवन में इससे बड़ा संतोष क्या होता है।” उन्होंने आगे
कहा, “मैं मौज करने के लिए पैदा नहीं हुआ हूं और न ही मैं खुद के लिए जीना
नहीं चाहता हूं। मैं केवल आपकी सेवा का संकल्प लेकर, महान भारत माता के 140
करोड़ देशवासियों की सेवा करने के लिए निकला हूं। मोदी विकसित भारत बनाने के
लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए दिनरात एक किए हुए है। ये मैं अपनेलिए
नहीं, बल्कि अपनों के लिए कर रहा हूं। मेरे अपने मतलब - मेरा भारत, मेरा
परिवार।
आपके सपनों के लिए संकल्प लेकर जी रहा हूं।” विपक्षी पार्टियों
टीएमसी, कांग्रेस और लेफ्ट पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इन
पार्टियों के पास विजन नहीं है। उन्होंने लेफ्ट पर पड़ोसी राज्य त्रिपुरा को
तबाह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “लेफ्ट, कांग्रेस और टीएमसी किसी
राज्य का क्या हाल कर सकती हैं, ये आप अच्छी तरह जानते हैं। यहां पास में ही
त्रिपुरा लेफ्ट वालों ने तबाह कर रखा था। लेकिन पिछले पांच साल में भाजपा ने
पूरेत्रिपुरा की जिदं गी बदल दी। लफे्टवाले गए तो विकास का सूरज उगने लगा।”
टीएमसी को घेरते हुए पीएम मोदी ने बताया, “मैंने कल टीवी पर देखा कि यहां
बंगाल में टीएमसी के एक विधायक ने सरेआम धमकी दी। वो कह रहे थेकि “हिंदुओं को
दो घंटे में भागीरथी में बहा देंगे”।
ये कौन सी भाषा है? बंगाल में टीएमसी की
सरकार नेयहां हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाकर रख दिया है। ये कैसे लोग
हैं कि जय श्रीराम के उदघोष से भी इन्हें आपत्ति है। इनको राम मंदिर के
निर्माण से आपत्ति है, रामनवमी की शोभायात्रा से आपत्ति है।” पीएम मोदी ने
संदेशखाली मुद्दे को लेकर भी टीएमसी सरकार को सवालों के घेरे में लिया।
उन्होंने कहा, “मैं तृणमूल सरकार से पूछना चाहता हूं कि यहां संदेशखाली में
हमारी दलित बहनों के साथ इतना बड़ा अपराध हुआ।