अयोध्या, 8 फरवरी 2025 – मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजों की गिनती जारी है और शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बड़ी बढ़त बना ली है। हालांकि, समाजवादी पार्टी (SP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद का दावा है कि अंतिम नतीजे बीजेपी के खिलाफ जाएंगे और उनकी पार्टी को जीत मिलेगी। मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए इस उपचुनाव को लेकर पूरे उत्तर प्रदेश की सियासी हलचल तेज हो गई है।
BJP की बढ़त, सपा-कांग्रेस गठबंधन पर दबाव
अब तक के रुझानों में बीजेपी के उम्मीदवार ने 15,000 से ज्यादा वोटों की बढ़त बना ली है, जिससे पार्टी के खेमे में जश्न का माहौल है। वहीं, सपा-कांग्रेस गठबंधन की स्थिति कमजोर नजर आ रही है।
अवधेश प्रसाद का बयान – "हार होगी बीजेपी की"
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ समाजवादी नेता अवधेश प्रसाद ने दावा किया कि अभी अंतिम नतीजे आना बाकी हैं और बीजेपी को हार का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जनता महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त है और भाजपा सरकार को सबक सिखाने के लिए वोट दिया है।
किन मुद्दों पर हुआ था चुनाव?
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में कई अहम मुद्दे हावी रहे:
- राम मंदिर प्रभाव – अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद यह पहला बड़ा चुनाव था, जिसमें बीजेपी ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया।
- जातीय समीकरण – सपा ने पिछड़े वर्ग और मुस्लिम वोटों को साधने की कोशिश की, लेकिन शुरुआती रुझान बताते हैं कि बीजेपी का हिंदू वोटबैंक मजबूत बना हुआ है।
- विकास बनाम वादा – बीजेपी ने सड़क, बिजली, पानी जैसे विकास कार्यों का हवाला दिया, जबकि विपक्ष ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की।
सीट का महत्व और किसकी थी पकड़?
मिल्कीपुर सीट पर पिछले विधानसभा चुनावों में सपा का कब्जा था, लेकिन 2022 में बीजेपी ने जीत हासिल कर ली थी। यह सीट फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में आती है और अयोध्या से सटे होने के कारण यहां राम मंदिर का खासा प्रभाव है।
अंतिम नतीजों पर सबकी नजर
अब तक के रुझानों के अनुसार, बीजेपी मजबूत स्थिति में दिख रही है, लेकिन सपा-कांग्रेस गठबंधन ने अभी हार नहीं मानी है। चुनाव आयोग के अनुसार, शाम 5 बजे तक सभी नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।