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Loksabha : जॉर्ज सोरोस से सोनिया गांधी के लिंक पर संसद में बवाल, लोकसभा स्थगित करनी पड़ी

जॉर्ज सोरोस और सोनिया गांधी के कथित लिंक पर बुधवार को संसद में बड़ा हंगामा हुआ, जिसके कारण लोकसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। भाजपा ने सोरोस के कांग्रेस से कथित रिश्तों का मुद्दा उठाया, जबकि कांग्रेस ने इसे बेबुनियाद बताया। दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बाद कार्यवाही रोक दी गई, और यह विवाद मीडिया में भी चर्चा का विषय बन गया।

नई दिल्ली: जॉर्ज सोरोस और सोनिया गांधी के कथित लिंक को लेकर बुधवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ। इस विवाद के कारण लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित करनी पड़ी। भाजपा और विपक्षी दलों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए रोक दी।

मामला तब शुरू हुआ जब भाजपा के कुछ सदस्य जॉर्ज सोरोस के बयान और उनके भारत में राजनीतिक मामलों में कथित हस्तक्षेप को लेकर कांग्रेस पार्टी पर हमला बोल रहे थे। भाजपा नेताओं ने दावा किया कि सोरोस ने सोनिया गांधी के साथ कुछ खास रिश्ते बनाए हैं और इसके जरिए उन्होंने भारत की राजनीति में दखल देने की कोशिश की है।

विपक्षी नेता, विशेष रूप से कांग्रेस के सांसदों ने इसे एक राजनीतिक साजिश करार दिया और आरोपों को बेबुनियाद बताया। कांग्रेस ने भाजपा की इस दलील को पूरी तरह नकारते हुए कहा कि यह सब केवल सत्ताधारी पार्टी द्वारा राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए फैलाए गए अफवाहें हैं। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा और सरकार के अन्य नेता हर दिन झूठे आरोप लगाकर सदन में अनावश्यक हंगामा खड़ा कर रहे हैं।

सदन में विवाद बढ़ने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने असमंजस की स्थिति को संभालने के लिए कार्यवाही को स्थगित करने का आदेश दिया। सांसदों ने अपनी-अपनी सीटों से चिल्लाते हुए आरोप-प्रत्यारोप जारी रखे, लेकिन माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया।

विश्लेषक क्या कह रहे हैं?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद उस समय सामने आया है जब संसद में विभिन्न महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा होनी थी। ऐसे में इस तरह के मुद्दों का उठना सदन की कार्यवाही में अवरोध पैदा कर सकता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद भाजपा और कांग्रेस के बीच एक पुरानी लड़ाई का नया मोड़ हो सकता है, जिसमें दोनों पार्टियाँ अपनी-अपनी सियासी जमीन बचाने के लिए ऐसे मुद्दों का उठाना जरूरी समझती हैं।

हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम ने जनता और मीडिया में भी गहमा-गहमी मचा दी है, और अब यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में संसद में इस मुद्दे पर आगे क्या प्रतिक्रिया सामने आती है।