मेरठ (NFT)। दौराला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन गोदामों से भारी मात्रा में पटाखे पकड़े हैं। इन पटाखों की क़ीमत कम से कम 50 लाख रुपए की बताई जा रही है। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है। गोदाम मालिक को भनक लगी तो वह फरार हो गया। अलग तरह के पटाखों की बड़ी खेप मिलने के बाद आधी रात तक पुलिस कर्मी उनकी गिनती करने में लगे रहे। आवासीय क्षेत्र में इतनी भारी मात्रा में पटाखे मिलने पर हर कोई हैरान है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें खुद नहीं मालूम था कि उनके नजदीक बारूद से बने पटाखों का भंडारन किया गया है।
दौराला पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध पटाखों सहित 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिए हैं। मजिस्ट्रेट के साथ स्थानीय पुलिस ने अवैध गोदाम स्थित जगह मनोहर की पट्टी पर पहुंचकर छापा मारा तो गोदाम में अभियुक्तगण अर्पित पुत्र प्रमोद, प्रमोद गुप्ता पुत्र शिवचण गुप्ता, विवेक कुमार पुत्र महेशचन्द निवासीगण मिल बाजार कस्बा में पाए गए जिनको हिरासत में लिया गया। अवैध पटाखों से गोदाम भरा हुआ था पुलिस के मुताबिक तीनों अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि गोदाम प्रमोद व अर्पित का है विवेक का गोदाम ग्राम पबरसा रोड पर दो स्थानों पर है। तीनों गोदामों पर मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में छापा मारा गया तो करीब 165 बड़े बड़े कार्टून, 25 किलो बारुद व भारी मात्रा में खुले हुए स्काईशाट व अन्य पटाखें बरामद हुए। तीनों अभियुक्तों से पटाखों को रखने व बिक्री करने के लाईसेंस मांगा गया तो वह कोई साक्ष्य नहीं दे पाए।
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि दौराला क्षेत्र में थाना प्रभारी को कस्बे में अलग-अलग जगहों पर तीन गोदामों में भारी मात्रा में पटाखे रखे होने की सूचना कहीं से प्राप्त हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने 3 टीम बनाकर पूरी सतर्कता के साथ तीनों गोदामों पर छापे मारकर कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि अलग अलग गोदामों से बरामद पटाखों को 4 डीसीएम गाड़ियों में भरकर जब्त किया गया है। पूछताछ में तीनों अभियुक्त ने बताया, पटाखों का कारोबार कई वर्षों से कर रहे हैं। पटाखे जनपद सहारनपुर व मुरादाबाद से बनवाते हैं। इस पटाखें के व्यापार में अन्य व्यापारों से ज्यादा फायदा है, जिस कारण से इसको नहीं छोड़ पा रहे हैं। तीनों अभियुक्तों ने यह भी स्वीकार किया कि साल के तमाम त्यौहार शादी बारात में पटाखें सप्लाई करते हैं, इनके ग्राहक मुजफ्फरनगर, हापुड़, बागपत आदि जगहों से हैं, इसलिए हम फुटकर पटाखें न बेचकर थोक में गोदामों से ही पटाखों की बिक्री करते हैं।