मेरठ (NFT)। सीसीएसयू के समाजशास्त्र विभाग में बेसिक सांख्यिकी और सामाजिक शोध में कंप्यूटर अनुप्रयोग पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने सामाजिक शोध में सांख्यिकी की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए SPSS और ANOVA जैसी तकनीकों के महत्व को बताया। बताया कि उन्नत सांख्यिकीय उपकरण अनुसंधान की प्रामाणिकता और निष्कर्षों की विश्वसनीयता को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
विशेषज्ञ प्रो. पीके पाठक (जेएनयू) डॉ. साकेत बिहारी (आईआईपीए दिल्ली) डॉ. दीपक पालीवाल (इग्नू) प्रो. दिनेश कुमार और डॉ. संजीव कुमार ने शोधार्थियों को SPSS, Excel और अन्य सांख्यिकीय सॉफ्टवेयरों के उपयोग, गुणात्मक (Qualitative) एवं मात्रात्मक (Quantitative) अनुसंधान पद्धतियों, डेटा प्रबंधन, ग्राफ निर्माण और रिपोर्ट लेखन की व्यवाहरिक समझ विकसित करने की जानकारी दी। समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. आलोक कुमार ने बताया कि सामाजिक शोध में सांख्यिकी और कंप्यूटर अनुप्रयोगों का समावेश अनुसंधान को अधिक सटीक और वैज्ञानिक बनाता है। कार्यशाला के आगामी सत्रों में डेटा विश्लेषण, कंप्यूटर अनुप्रयोग और सांख्यिकीय उपकरणों की विस्तृत जानकारी प्रदान की जाएगी।
समाजशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. डीएन भट्ट ने मंच संचालन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डायरेक्टर, रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. बीरपाल सिंह सहित समाजशास्त्र विभाग के शिक्षक डॉ. वाईपी सिंह, डॉ.अरविंद सिरोही, डॉ. दीपेंद्र, डॉ. नेहा गर्ग एवं शोधार्थियों में सबा, आकाश राठी, अंशुल शर्मा, गरिमा राठी, कपिल कुमार, रोहित कुमार, सौरभ, अभिजीत, पूजा आदि मौजूद रहे।