दिल्ली- एनसीआर के करीब 100 स्कूलों में बुधवार सुबह बम रखे होने की धमकी
भेजी गई थी। इसके तुरंत बाद सभी स्कूलों में दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ता,
दमकल की गाड़ियां और एम्बुलेंस पहुंच गईं। स्कूलों को खाली करवाने के बाद
पुलिस ने बम की तलाशी की। दोपहर को पुलिस ने जानकारी दी कि स्कूलों में बम की
सूचना फर्जी थी। पुलिस के मुताबिक, सभी स्कूलों में अच्छे से चेकिंग कर ली गई
है, लेकिन कुछ नहीं मिला। पुलिस ने संभावना जताई है कि आरोपियों ने डार्क नेट
के जरिए ये मेल भेजा है, ताकि उनकी पहचान न हो सके। दिल्ली पुलिस के मुताबिक,
ये धमकी एक ही ई-मेल से भेजी गई है। यह ई-मेल रूसी सर्वर से सुबह 5:36 बजे
भेजा गया है।
पुलिस ने बताया कि हर मेल का कंटेंट एक ही जैसा था ओर इसे
sawariim@ mail.ru मेल आईडी से भेजा गया था। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने
बताया कि जिस ईमेल के जरिए स्कूलों को धमकी भेजी गई थी, उसमें स्वरायम शब्द
शामिल है, जो कि अरबी शब्द है। इस शब्द को इस्लामिक स्टेट 2014 से इस्तेमाल
कर रहा है। इस शब्द का मतलब है तलवारों का टकराना। बम की सूचना को लेकर गृह
मंत्रालय ने सुबह कहा था- घबराने की जरूरत नहीं है। सुरक्षा एजेंसियां
कार्रवाई कर रही हैं।
प्रोटोकॉल के तहत एक्शन लिया जा रहा है। यह झूठी धमकी
हो सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक पुलिस को शक है कि आईपी एड्रेस एक
है। एक ही पैटर्न का मेल सभी स्कूलों को भेजा गया है। साइबर सेल के मुताबिक,
सर्वर रूसी था। डीपीएस नोएडा की प्रिंसिपल कामिनी ने बताया- हमें मेल मिला।
हम जोखिम नहीं ले सकते थे। हमने पुलिस को सूचना दी। पेरेंट्स को भी जानकारी
दी गई। जो स्टूडेंट्स स्कूल आए थे, उन्हें वापस भेज दिया गया। जो रास्ते में
थे या नहीं आए, उन्हें में आने से मना कर दिया गया। द्वारका डीपीएस में पढ़ने
वाले स्टूडेंट के पिता बोले कि बस स्टॉप पर जब स्कूल बस आई तो हमें मैसेज
मिला कि छुट्टी है। हमें शुरू में तो जानकारी नहीं थी, बाद में हमें पता चला
बम की धमकी मिली है।