वॉशिंगटन, 8 फरवरी 2025 – अमेरिका में भारतीय नागरिकों के साथ हुए अमानवीय व्यवहार को लेकर दुनियाभर में आक्रोश फैल गया है। हाल ही में अमेरिका के इमीग्रेशन डिपार्टमेंट (ICE) द्वारा कई भारतीय नागरिकों को हिरासत में लेकर उनके हाथों और पैरों में हथकड़ियां और बेड़ियां डालने का मामला सामने आया है। इन भारतीय नागरिकों का कहना है कि उन्हें अपराधियों की तरह ट्रीट किया गया, जबकि वे केवल वीजा संबंधित मुद्दों के कारण हिरासत में लिए गए थे। इस घटना के बाद भारतीय समुदाय और प्रवासी संगठनों ने कड़ा विरोध जताया है और अमेरिका में भारतीय दूतावास ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।
भारतीय नागरिकों की पीड़ा – 'हमारे साथ अपराधियों जैसा व्यवहार हुआ'
हिरासत में लिए गए कई भारतीय नागरिकों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें अमेरिका की जेलों में खतरनाक अपराधियों की तरह रखा गया। हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़कर घंटों तक यातनाएं दी गईं और उन्हें बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दी गईं। एक पीड़ित ने बताया, "हमने कभी नहीं सोचा था कि एक लोकतांत्रिक देश में हमारे साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार होगा। हमें खाने और पानी के लिए घंटों इंतजार करवाया गया। हमें अपने परिवार से संपर्क करने तक की इजाजत नहीं दी गई।"
इस मामले ने अमेरिका में रह रहे लाखों भारतीय प्रवासियों को भी झकझोर कर रख दिया है। प्रवासी संगठनों ने इसे "नस्लीय भेदभाव और मानवाधिकारों का उल्लंघन" करार दिया है और कहा है कि Trump प्रशासन के दौरान इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
अमेरिका में भारतीयों पर क्यों हो रही सख्ती?
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर भारतीय नागरिकों को भी निशाना बनाया जा रहा है। हालांकि, इन लोगों में से अधिकतर के पास कानूनी दस्तावेज थे या वे वीजा प्रक्रिया के तहत थे, फिर भी अमेरिकी इमीग्रेशन एजेंसियां उन्हें अपराधियों की तरह ट्रीट कर रही हैं।
अमेरिकी सरकार का कहना है कि यह कार्रवाई "इलीगल इमीग्रेशन को रोकने के लिए जरूरी है", लेकिन कई भारतीय संगठनों का मानना है कि यह "नस्लीय भेदभाव का सीधा उदाहरण" है।
भारत सरकार ने जताई नाराजगी, अमेरिकी दूतावास से मांगा जवाब
इस मामले के सामने आने के बाद भारत सरकार ने अमेरिका में भारतीय दूतावास को तत्काल इस पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस घटना को "गंभीर चिंता का विषय" बताते हुए कहा कि किसी भी भारतीय नागरिक के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा, "हमने अमेरिका सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है और इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में हमारे नागरिकों के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार न हो।"
Trump प्रशासन पर फिर उठे सवाल
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान अप्रवासियों के खिलाफ सख्त नीतियों को लेकर पहले भी कई विवाद हो चुके हैं। ट्रंप ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि अमेरिका में इलीगल इमीग्रेशन को पूरी तरह खत्म किया जाएगा और इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, भारतीय समुदाय का कहना है कि ट्रंप प्रशासन के सख्त रवैये का निशाना बेगुनाह भारतीय भी बन रहे हैं।
प्रवासी भारतीयों में गुस्सा, विरोध प्रदर्शन की तैयारी
अमेरिका में भारतीय प्रवासी समुदाय इस मामले को लेकर सड़क पर उतरने की तैयारी कर रहा है। कई बड़े शहरों में भारतीय संगठनों ने अमेरिकी प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है। न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को और वॉशिंगटन डीसी में हजारों भारतीय प्रवासी इस घटना के खिलाफ मार्च निकालने की योजना बना रहे हैं।
क्या होगा आगे?
- भारत सरकार ने अमेरिका से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है।
- अमेरिका में भारतीय समुदाय का विरोध प्रदर्शन तेज होने वाला है।
- यह मामला अमेरिका-भारत के राजनयिक संबंधों को प्रभावित कर सकता है।
- ट्रंप प्रशासन को अपने फैसले पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है।
यह घटना अमेरिका में रह रहे लाखों भारतीय प्रवासियों के लिए चिंता का विषय बन गई है। अगर जल्द ही इस मुद्दे का हल नहीं निकला तो यह मामला भारत-अमेरिका संबंधों में भी तनाव पैदा कर सकता है।